Youngest Serial Killer: सीरियल किलर का जब भी जिक्र होता है, तो मन में एक खतरनाक, बेरहमी से शख्स की तस्वीर उभरती है। जिसे लोगों को मारने में मजा आता है या वो किसी तरह के मानसिक विकार का शिकार हो। लेकिन आज हम जिस सीरियल किलर की बात करने जा रहे हैं। इसकी उम्र सुनकर आपको भरोसा करना मुश्किल हो जाएगा। रोहन (बदला हुआ नाम) को दुनिया का सबसे छोटा सीरियल किलर माना जाता है। रोहन जब महज 8 साल का था, तब पुलिस ने उसे सीरियल किलिंग के आरोप में पकड़ा था।
जिस उम्र में दूसरे बच्चे स्कूल जाते हैं, मां-बाप उनके काबिल बनने का सपना देखते हैं। उस छोटी उम्र में रोहन हत्यारा बन गया था। पुलिस ने उसे 3 लोगों की हत्या के आरोप में पकड़ा था। रोहन का जन्म साल 1998 में बिहार के बेगूसराय के एक गांव में हुआ था। जिसे आज दुनिया के सबसे छोटे सीरियल किलर के तौर पर जाना जाता है। पुलिस ने उसे 2007 में गिरफ्तार किया था।
सबसे पहले चचेरे भाई की हत्या
रोहन एक गरीब परिवार में पैदा हुआ था। उसके मां-बाप काम के लिए जब घर से चले जाते थे, तो वो अपने चाचा के बेटे और छोटी बहन को पीटता था। छोटे बच्चों को रोता देख उसे माजा आता था। इसी मजे-मजे में एक दिन उसने अपने चचेरे भाई की गला दबाकर हत्या करदी और शव को बाहर घास के नीचे दबा दिया। रोहन की मां जब काम से घर आई तो बच्चा घर में नहीं था। जब उन्होंने रोहन से पूछा तो उसने अपनी मां को सब बता दिया।
भाई के बाद, बहन की हत्या
ये रोहन के हाथों हुई पहली हत्या था। जब इसके बारे में उसके पिता को जानकारी हुई, तो उसे बहुत पीटा। मां-बाप ने मामले को घर में ही दबा दिया, बात पुलिस तक नहीं पहुंची। रोहन के चाच-चाची को बताने के लिए एक झूठी कहानी तैयार की गई। अब रोहन का अगर शिकार उसकी अपनी छोटी बहन थी। एक दिन जब रोहन के मां-बाप सो रहे थे, तो उसने अपनी 8 साल की बहन का गला घोंट दिया। रोहन के चाचा ने आरोप लगाया था कि परिवार के लोगों को हत्या की जानकारी थी, लेकिन वो पुलिस के पास नहीं गए।
तीसरी हत्या पर खुलासा
रोहन ने पहली दो हत्या अपने परिवार में की थी, परिजनों ने किसी तरह मामले को छुपाए रखा। उसकी करतूत का खुलासा उस वक्त हुआ। जब उसने तीसरी हत्या को अंजाम दिया। तीसरी हत्या तक पुलिस को इस बारे में कुछ नहीं पता था। रोहन का अगला शिकार उसके पड़ोस की एक बच्ची थी। रोहन ने गला दबाकर और ईंटों से कुचलकर बच्ची को मौत के घाट उतारा था। जब पुलिस को इस बारे में जानकारी दी गई थी पहले भरोसा नहीं हुआ कि 8 साल का बच्चा किसी की हत्या कर सकता है।
‘पहले मुझे बिस्किट खिलाओ, फिर बताउंगा…’
इस मामले के बाद जब पुलिस ने रोहन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो उसने अपना गुनाह कबूल किया था। पुलिस ने जब उससे हत्या करने का कारण पूछा तो उसने कहा- ‘पहले मुझे बिस्किट खिलाओ, फिर बताउंगा।’ इसके बाद उसने पूरी घटना के बारे में पुलिस को जानकारी दी। तीनों वारदातों को एक जैसे तरीके से अंजाम दिया गया था। रोहन पुलिस की हिरासत में मुस्कुरा रहा था।
‘कंडक्ट डिसऑर्डर’ का था शिकार
रोहन नाबालिग था, इसलिए उसे जेल की जगह बाल सुधार गृह में रखा गया। मनोचिकित्सकों ने उसके ऊपर स्टडी की जिसमें पता चला कि वो ‘कंडक्ट डिसऑर्डर’ नाम की एक बीमारी का शिकार है। इससे पीड़ित लोगों को दूसरों को दर्द देना अच्छा लगता है और ऐसे लोग दूसरों को दुख देने के नए-नए तरीके ढ़ूंढते हैं। इसी वजह से वो दूसरे बच्चों की हत्या कर देता था।
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