भोपाल के औद्योगिक क्षेत्र की भूमि के एक भूखंड पर संचालित की जा रही मेफेड्रोन निर्माण इकाई का भंडाफोड़ होने के कुछ दिनों बाद, पुलिस ने बृहस्पतिवार को उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया, जिसे मूल रूप से सरकार ने यह जमीन पट्टे पर दी थी।
कटरा हिल्स थाने के निरीक्षक बृजेंद्र निगम ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि जयदीप सिंह (58) ने अवैध रूप से जमीन बेच दी थी और वह लगभग तीन सप्ताह से फरार था और उसके मोबाइल फोन की लोकेशन की लगातार निगरानी की जा रही थी और इसी आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया।
गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) और स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने पांच अक्टूबर को यहां बागरोदा इलाके में एक फैक्ट्री पर छापा मारा और 907 किलोग्राम मेफेड्रोन या एमडी नामक मादक पदार्थ जब्त किया जिसकी कीमत अवैध बाजारों में 1,814 करोड़ रुपये है।
एटीएस ने दावा किया कि इकाई में प्रतिदिन 25 किलोग्राम एमडी बनाने की क्षमता थी। फैक्ट्री कटारा हिल्स थाने से करीब 15 किलोमीटर और मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर स्थित थी। मामले में अमित चतुर्वेदी, सान्याल बैनर, हरीश आंजना और प्रेमसुख पाटीदार को गिरफ्तार किया गया था।
जांच में पाया गया कि जिस 11,000 वर्ग फुट जमीन पर फैक्ट्री थी, उसे मप्र औद्योगिक केंद्र विकास निगम ने फर्नीचर व्यवसाय स्थापित करने के लिए 2021 में जयदीप सिंह को पट्टे पर दिया था। निरीक्षक बृजेंद्र निगम ने कहा, ‘2023 में, उसने इसे एस के सिंह को बेच दिया, जिसने अमित चतुर्वेदी को यह भूमि किराए पर दी। जयदीप सिंह ने जमीन बेचते समय औद्योगिक केंद्र विकास निगम को सूचित नहीं किया था।’