जतिन शर्मा
उत्तर प्रदेश के मेरठ में अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक खुफिया जानकारी के बाद यूपी के मेरठ में एक अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मारकर अवैध हथियार बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। क्राइम ब्रांच ने एक खुफिया इनपुट के बाद मेरठ के रहने वाले एक इकरम नाम के युवक को गिरफ्तार किया जो मेरठ से दिल्ली कुछ क्रिमिनल्स को अवैध हथियार सप्लाई करने आया था।
इसके पास से क्राइम ब्रांच ने दो देसी पिस्टल, 6 जिंदा कारतूस रिकवर किए। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने आर्म्स एक्ट का केस दर्ज कर इकरम को गिरफ्तार कर जांच को आगे बढ़ाया। इकरम ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसने ये हथियार मेरठ के रहने वाले माशूक नाम के शख्स से खरीदे थे। इस इन्फॉर्मेशन को और डेवलप किया गया।
इकरम की निशानदेही पर माशूक गिरफ्तार
इकरम की निशानदेही पर एक टीम तैयार की गई और मेरठ रवाना की गई और मेरठ में माशूक नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया, पूछताछ के बाद माशूक को गिरफ्तार किया गया। माशूक से सख्ती से पूछताछ की गई जिसके बाद उसने खुलासा किया कि मेरठ में उसके फ्लेट में उसने एक फैक्ट्री बना रखी है, जहां पर रेड्स की गई और 14 देसी पिस्टल, 41 बैरल्स और 8 हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए गए। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि वो अब तक 80 देसी तमंचे बना चुका है।
माशूक पर आर्म्स एक्ट के दर्जनों मुकदमें पहले से दर्ज
माशूक 10वीं क्लास तक पढ़ा हुआ है और एक मोबाइल की दुकान चलाता था। इसके ऊपर आर्म्स एक्ट के दर्जनों मुकदमों के अलावा धोखाधड़ी, शादी के नाम पर मुस्लिम महिला के साथ धोखाधड़ी एक्ट के मामले दर्ज है।क्राइम ब्रांच ने अभी तक 16 देसी पिस्टल, 41 बैरल्स और 8 हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए है। साथ ही अभी तक ये कितने क्रिमिनल्स को हथियार सप्लाई कर चुका है इसकी जांच की जा रही है।
इसे भी पढ़ें: महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री बैन! 8 अखाड़ों का फैसला- ‘आईडी हो जरूरी’