‘मैं इवेंट में था, 150 लोगों ने घेरा फिर तलवार…’, कनाडा से लौटे उच्चायुक्त ने सुनाई खौफनाक कहानी

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Sanjay Verma on India-Canada Raw: भारत और कनाडा के बीच इन दिनों रिश्तों में तल्खी आ गई है। कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (PM Justin Trudeau) के बेबुनियादी आरोपों की वजह से दोनों देशों के रिश्ते खराब हो गए हैं। हालात बिगड़ने के बाद भारत सरकार ने अपने उच्चायुक्त संजय वर्मा को वापस स्वदेश बुला लिया था। अब देश लौटने के बाद भारतीय उच्चायुक्त ने जस्टिन ट्रूडो का काला चिट्ठा खोल दिया है। साथ ही उन्होंने उनके साथ घटी खौफनाक कहानी भी बताई है, जिसमें उनकी जान पर भी खतरा आ गया था।

कनाड में भारत के हाई कमिश्नर रहे संजय वर्मा ने ट्रूडो सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मैं कनाडा रिश्तों को सुधारने के लिए गया था, अचानक मुझ पर भद्दा इल्जाम लगाया गया। अगर कोई मेरे राष्ट्रीय हित पर हमला करेगा तो मेरा हक है, मैं इसकी रक्षा करूं। ये उनका कनाडा ‘दोगलापन’ है, उन्हें सोचना चाहिए कि उनकी कथनी और करनी में क्या अंतर है। भारत की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया गया।

भारत को गलत तरीके से निशाना बनाया गया-संजय वर्मा

भारत-कनाडा विवाद पर, कनाडा से वापस बुलाए गए भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने कहा,यदि आप पूरे प्रकरण को देखें और हम हमेशा कहते रहे हैं कि हमारे साथ कोई भी सबूत साझा नहीं किया गया है, तो मुझे लगता है कि यह काफी हद तक राजनीति से प्रेरित है और भारत को गलत तरीके से निशाना बनाया गया है। हम एक जिम्मेदार लोकतंत्र हैं। किसी भी देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की हमारी नीति नहीं है।

संजय वर्मा ने सुनाई खौफनाक आपबीती

संजय वर्मा में कनाडा में उनके साथ हुई एक खौफनाक कहानी सुनाई। उन्होंने कहा, अचानक पता नहीं क्या हुआ, उन्होंने हमेंअवांछित व्यक्ति के रूप में घोषित कर दिया। मैं अल्बर्टा के एक शहर में था, वहां के भारतीय मूल के लोगों ने एक डिनर रखा था, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम भी थे, वो एक बिजनेस इवेंट था, उसमें कनाडा के बिजनेसमैन भी आए हुए थे। कंवेंशन हाल में कार्यक्रम चल रहा था और बाहर में 150 के आसपास लोग थे, जो खालिस्तान के नाम पर ओछी हरकतें कर रहे थे।

खालिस्तान को आश्रय देना बंद करे कनाडा-संजय वर्मा

भारतीय उच्चायुक्त ने आगे बताया कि जहां मुझे जाना था, उस इलाके को पूरी तरह घेरा लिया गया था। लोकल पुलिस वहां मौजूद थी, लेकिन उन लोगों ने भी नहीं सोचा था कि वो (खालिस्तानी) इतनी बुरी हरकत करेंगे। जब मैं वहां से गुजरने लगा तो तलवार मेरे शरीर से दो से ढाई इंच दूर तक आई। लोकल पुलिस ने एक्शन लिया, उनको पीछे ठेल दिया, उसका क्या नतीजा निकला, हमें नहीं बताया गया। मगर मैं कहना चाहूंगा कि भारत से अच्छे रिश्ते चाहिए तो कनाडा को खालिस्तान को पराश्रय देना बंद करना होगा। 

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