Kiren Rijiju: लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान एक ऐसा वाकया हुआ, जब पूरा सदन जोर-जोर से हंसने लगा। सदन में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू जवाब दे रहे थे। उन्होंने खुद के लिए ही एक ऐसी बात बोली, जिस पर उनके पास बैठे सांसद और दूसरी तरफ बैठे सदस्य हंसने लगे। स्पीकर ओम बिरला भी मुस्कराते हुए नजर आए।
किरेन रिजिजू संविधान पर चर्चा के दौरान विपक्ष की ओर से बार-बार टिप्पणी करने से नाराज थे। उन्होंने स्पीकर के सामने अपनी आपत्ति जताई। उसके बाद स्पीकर ओम बिरला से विपक्ष के सांसदों को समझाया कि वो बैठे-बैठे टिप्पणी ना करें। उसके बाद जब रिजिजू ने कहा कि ‘अध्यक्ष महोदय, मैं बहुत सीधा साधा आदमी है।’ ये सुनते ही सदन में ठहाके लगने लगे। खुद रिजिजू भी अपनी बात कहकर हंस गए थे। अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि मैं सीधा साधा आदमी हूं। जो सोचना हूं वही बोलता हूं।
अखिलेश-वेणुगोपाल को रिजिजू ने कराया शांत
अखिलेश यादव और कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल लगातार टोका-टाकी कर रहे थे। किरेन रिजिजू ने कहा कि ज्यादा टोका टोकी मत करिए, शांति से सुनिए। उन्होंने विपक्ष के सांसदों से कहा कि संसदीय कार्य मंत्री के रूप में मैं आपसे (विपक्षी सदस्य) से लगातार संपर्क करता हूं। आपको अगर पसंद नहीं आया है तो कम से कम कुछ सालों तक तो आपको झेलना पड़ेगा। आपको और हमको मिलकर ही काम करना पड़ेगा। पार्टी अलग हैं, लेकिन आप और हम एक ही हैं। किरेन रिजिजू ने कटाक्ष करते हुए विपक्ष के सांसदों से कहा कि जब आपकी सहन शक्ति खत्म हो जाए तो प्रधानमंत्री को बोल दीजिएगा कि आप अब मुझे सहन नहीं कर सकते हैं। लेकिन तब तक आपको काम करना पड़ेगा।
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विपक्ष के आरोपों का रिजिजू ने दिया जवाब
किरेन रिजिजू ने इस दौरान विपक्ष के आरोपों पर भी जवाब दिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कभी कभी ऐसी बात की जाती है कि जैसे इस देश में अल्पसंख्यकों की कोई बात ही नहीं है। जो नैरेटिव पेश किया जा रहा है, मैं वो बोलना चाहता हूं। एक ग्लोबल सर्वे के बारे में बोलते हुए किरेन रिजिजू ने कुछ देशों के आंकड़े गिनाए, जहां भेदभाव हुआ और उसके शिकार मुस्लिम समुदाय के लोग भी थे। सदन में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत ही ऐसा देश है, जहां आसपास के मुल्कों के अल्पसंख्यक भी शरण लेने के लिए आते हैं।
संविधान के मूल मंत्र पर सरकार काम कर रही है- रिजिजू
भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर चर्चा के दौरान लोकसभा में बोलते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि मुझे गर्व है कि जब प्रधानमंत्री मोदी का कार्यकाल शुरू हुआ तो उन्होंने संविधान की इसी भावना का पालन करते हुए अपनी सरकार का मंत्र इस देश के सामने रखा और वो मंत्र है- ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास।’ रिजिजू ने कहा कि संविधान के मूल मंत्र पर सरकार काम कर रही है। हमारा संविधान सबसे खूबसूरत है। समानता संविधान की आत्मा जैसी है। संविधान का हर शब्द प्रेरणादायी है। एक बात मैं गंभीरता से कहना चाहता हूं और हम लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि हम कुछ ऐसा नहीं बोलें, जिससे विदेश में छवि खराब हो।
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