Mahalakshmi Murder Case: बेंगलुरु के एक फ्लैट में 40 टुकड़ों में मिले महिला के शव के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। महिला की पहचान 29 साल की महालक्ष्मी के तौर पर हुई है। महालक्ष्मी नेपाल की रहने वाली थी। बेंगलुरु में वो अपने पति से बीते 9 महीने से अलग रह रही थी। अशरफ नाम के युवक से उसके अवैध संबंध थे।
महालक्ष्मी के पति हेमंत दास ने बताया कि उन्होंने पत्नी को एक महीने पहले देखा था, जब वो दुकान पर बेटी से मिलने आई थी। हेमंत ने आरोप लगाया कि महालक्ष्मी अरशद के साथ ही फ्लैट में रहती थी, और उसने ही उसकी हत्या की है।
6 साल पहले हुई थी हेमंत-अरशद की शादी
हेमंत दास ने पुलिस को बताया कि उसकी और महालक्ष्मी की शादी 6 साल पहले हुई थी। उनकी एक बेटी भी है, लेकिन महालक्ष्मी के साथ आए दिन झगड़े होते रहते थे। इस बीच उसे महालक्ष्मी के अवैध संबंधों का पता चल गया। अप्रैल-मई 2022 की बात है, जब उसने महालक्ष्मी को अशरफ के साथ देखा था। जब उसने अशरफ के बारे में पूछता तो वह आनाकानी करने लगी और कहने लगी कि तुम शक कर रहे हो।
उसने महालक्ष्मी को अशरफ की दुकान के अंदर भी देखा था। महालक्ष्मी को उससे मिलने से रोका तो वह नहीं मानी, इसलिए उसने अशरफ के खिलाफ पुलिस को शिकायत दे दी थी। हालांकि इसके बाद महालक्ष्मी अशरफ साथ नजर नहीं आए, लेकिन महालक्ष्मी उससे अलग रहने लगी थी। पुलिस अशरफ को गिरफ्तार करके पूछताछ करे तो शायद सच सामने आ जाए।
नाई की दुकान पर काम करता था अशरफ
अशरफ बेंगलुरु के नेलामंगला इलाके में एक नाई की दुकान में काम करता था। हेमंत ने कहा कि मुझे संदेह है कि अशरफ ने ही यह कत्ल किया है। इसकी वजह ब्लैकमेलिंग का केस हो सकता है, जो कुछ महीने पहले ही महालक्ष्मी ने उसके खिलाफ दर्ज कराया था।
पुलिस बोली- आरोपी बाहरी है, पर हम पहचान नहीं बताएंगे
इस मामले में पुलिस कमिश्नर दयानंद का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि इस केस की हर ऐंगल से जांच की जा रही है। मुख्य आरोपी की पहचान कर ली गई है और उसे गिरफ्तार करने की कोशिश जारी है। उन्होंने उसकी पहचान बताने से इनकार किया है और कहा कि वह बाहरी है। हम इससे ज्यादा उसके बारे में जानकारी नहीं दे सकते क्योंकि इससे उसे ही मदद मिलेगी। इससे पहले होम मिनिस्टर जी. परमेश्वर ने कहा कि पुलिस ने इस कांड में काफी जानकारियां जुटा ली हैं।
कौन थी महालक्ष्मी?
ताजा जानकारी के अनुसार, महालक्ष्मी का परिवार नेपाल से है, लेकिन 35 साल पहले वे कर्नाटक के नेलमंगला में आकर बस गए थे। महालक्ष्मी की मां ने बताया, ‘इमारत के मालिक ने मुझे बताया कि घर से बदबू आ रही है। जब मैंने आकर दरवाजा खोला तो मैंने महालक्ष्मी का शव टुकड़ों में कटा हुआ देखा। मैंने उसे आखिरी बार रक्षाबंधन के त्यौहार पर देखा था. तब से उसका फोन बंद है।’
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