दुनिया भर में जैसे-जैसे टकराव और भी अधिक जटिल होते जा रहे हैं और सशस्त्र गुट कम लागत वाली प्रौद्योगिकियों को विस्फोटक चीज़ों व ड्रोन जैसे हथियारों में तब्दील करते जा रहे हैं, ऐसे में लोगों की ज़िन्दगियाँ बचाने वाले संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षा को, अपनी ड्यूटी सुरक्षित तरीक़े से पूरी करने के लिए और भी अधिक राजनैतिक समर्थन व संसाधनों की दरकार है.