
24 फ़रवरी 2025 को, यूक्रेन पर रूस के पूर्ण स्तर के आक्रमण के तीन वर्ष हो रहे हैं. इस दौरान, देश की नागरिक आबादी को लगभग हर रोज़ हमलों का सामना करना पड़ रहा है. उनके साथ रहने वाले संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारी, उन्हीं कठिन परिस्थितियों को सहन करते हुए, पूरे युद्धकाल में, एक जीवन रेखा की तरह मुस्तैद रहे हैं.