Hezbollah Supporter Candle March in Lucknow : हिजबुल्लाह के चीफ शेख हसन नसरल्लाह की मौत का दर्द भारत में कुछ लोगों को हद से ज्यादा हो रही है। तभी तो कई जगहों पर लोग प्रदर्शन के लिए उतर आए। जम्मू-कश्मीर में लोगों ने दिन के उजाले में विरोध मार्च निकाला, तो उत्तर प्रदेश के लखनऊ में परमिशन के डर से रात के अंधेरे में गुपचुप तरीके से मार्च निकाला।
लखनऊ में हसन नसरल्लाह की मौत के बाद शिया समुदाय में आक्रोश है। छोटे इमामबाड़ा से लेकर बड़ा इमामबाड़ा तक हजारों की संख्या में शिया मुसलमानों ने विरोध मार्च निकाला। हाथों में हसन नसरल्लाह की तस्वीर लेकर जिंदाबाद के नारे लगाए। आक्रोशित शिया मुसलमानों ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का पोस्टर जलाकर विरोध जताया। ध्यान देने वाली बात ये है कि उत्तर प्रदेश में ये विरोध मार्च बड़े ही गुपचुप तरीके से निकाला गया।
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने हिजबुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरल्लाह की मौत पर अफसोस जताया। इसके साथ ही उन्होंने इस पूरी घटना का जिम्मेदार इजरायल को बताया। प्रदर्शन में शामिल जैदी ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए ब्लैक डे है। हम सभी लोग नसरल्लाह कुछ श्रद्धांजलि देने और इसराइल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।
लगभग 1 KM लंबा कैंडल मार्च निकाला गया
प्रदर्शनकारी ने कहा कि छोटा इमामबाड़ा से लेकर बड़ा इमाम वाले तक लगभग 1 किलोमीटर लम्बा प्रदर्शन है। नसरल्लाह हमारे बहुत मजबूत लीडर और शिया कौम के मार्गदर्शक थे। नसरल्लाह ने शिया समाज और मानवता के लिए कई बड़े काम किए हैं, जिन्हें भुलाया नहीं जा सकता। ISIS के हमलों के दौरान इमाम अली की बेटी हजरत जैनब के दरगाह की सुरक्षा किया था। उन्होंने हमेशा फिलिस्तीन के पीड़ितों का साथ दिया । इस पूरी घटना का जिम्मेदार इजरायल है। वो बेगुनाहों का लहू बहा रहा है।
गुस्साए लोगों ने इजरायल को बताया मौत का जिम्मेदार
प्रदर्शन में शामिल हुसैनी टाइगर के सदस्य जरी ने बताया कि हसन नसरल्लाह की मौत का शिया समुदाय तीन दिनों तक शोक मनाएगा। आज हम लोग सड़कों पर उतर कर इजरायल का विरोध कर रहे हैं। इजरायल का प्रधानमंत्री पीड़ितों की मदद करने वालों पर हमला कर रहा है।
मुसलमानों ने एक होने की लगाई गुहार
उन्होंने कहा कि हम दुनिया के 56 मुस्लिम मुल्कों से यह गुहार लगाते हैं कि एक साथ आए और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं। तीन दिन तक शोक मनाएंगे। अपने घरों की छतों पर काला झंडा लगा कर श्रद्धांजलि देंगे। हमारी मांग ये है कि इजरायल फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों पर अपनी आक्रामकता को तत्काल रोके।
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