‘वन नेशन वन इलेक्शन’ पर जीतन राम मांझी की प्रतिक्रिया, कहा- अब वोट लुटरों का राज नहीं चलेगा

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केंद्रीय कैबिनेट (Union Cabinet) के ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ (One Nation One Election) प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं। ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिलते ही सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की प्रतिक्रिया आई उसके बाद अब एनडीए ( NDA ) के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की प्रतिक्रिया आई है। मांझी ने कहा कि ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ लागू होने के बाद देश में अब वोट लूटने वालों का राज नहीं चलेगा। इससे पूरे देश के वोटरों को सुविधा मिलेगी।  

 

हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने केंद्रीय कैबिनेट के ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ प्रस्ताव के मंजूरी देने के फैसले का स्वागत किया और कहा, ‘हर वर्ष किसी न किसी राज्य में चुनाव होते रहते हैं। चुनावों की इस निरंतरता के कारण देश हमेशा चुनावी मोड में रहता है।इससे न केवलप्रशासनिक और नीतिगत निर्णय प्रभावित होते हैं बल्कि देश के खजाने पर भारी बोझ भी पड़ता है। “वन नेशन-वन इलेक्शन” से दलित मतदाताओं को भी सुविधा होगी। अब वोट के लूटेरों का राज नहीं चलेगा।’

 

 

JDU भी ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ के समर्थन में

नीतीश कुमार भी केंद्रीय कैबिनेट के प्रस्ताव ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को मंजूरी के समर्थन में हैं जनता दल युनाइटेड के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, “ये बदल रहे भारत की तस्वीर और बेहतर बनेगी। चुनाव के खर्च का जो भीमकाय आकार है उसको काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकेगा। मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में लोगों की कतार लगेगी…समय पर सुरक्षाबलों की तैनाती होगी और बेहतर तरीके से चुनाव होगा। कैबिनेट के इस फैसले से अब यह मार्ग प्रशस्त हो गया है कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव भविष्य में जब होंगे तो एक साथ कराए जाने का रास्ता तय हो गया है।”

कांग्रेस ने बताया ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को  शिगूफा

केंद्रीय कैबिनेट ने देश में ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ (One Nation One Election) प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब विपक्ष और पक्ष  की कांग्रेस पार्टी की ओर से इस पर रिएक्शन आने भी शुरू हो गए हैं। ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर कैबिनेट की मुहर के बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे एक शिगूफा बताते हुए असंभव कोशिश कहा है। वहीं एक और कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने इसे एक शिगूफा बताते हुए कैबिनेट कमेटी के निर्णय पर सवाल खड़ा किया है। कांग्रेस नेत्री ने कहा है कि यूनियन कैबिनेट कमेटी कई बार ऐसे फैसले लेती है जिस पर उन्हें यूटर्न लेना पड़ता है। 

 

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