वायनाड के लोग मुझसे कहेंगे बार बार ना आएं, दिल्ली में रहें: प्रियंका गांधी

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कांग्रेस महासचिव एवं वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) की उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को कहा कि इस निर्वाचन क्षेत्र के लोग ही अंतत: यह फैसला करेंगे कि वह यहां बार बार आएं या दिल्ली में रहें। प्रियंका ने यह टिप्पणी अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों की टिप्पणियों के जवाब में की, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस नेता सीट जीत जाती हैं तो वह वायनाड में शायद ही कभी दिखाई देंगी।

प्रियंका ने कहा कि…

जब उनका बेटा बोर्डिंग स्कूल में पढ़ता था, उस समय को याद करते हुए प्रियंका ने कहा कि वह इतनी बार उससे मिलने जाती थीं कि प्रधानाचार्य ने अंततः उनसे अपने बेटे से कम मिलने को कहा। उन्होंने कोझिकोड जिले के थिरुवंबडी विधानसभा क्षेत्र के कोडानचेरी में एक नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘इसलिए, अगर कोई कह रहा है कि मैं नहीं आऊंगी, तो आप जान लीजिए…प्रधानाचार्य की तरह वे कहेंगे ‘अब बहुत हो गया, जाइए और कुछ समय के लिए दिल्ली में रहिए।’’

प्रियंका ने कहा कि उनके लिए वायनाड का प्रत्येक व्यक्ति ‘‘कर्तव्य, जिम्मेदारी, प्रेम और स्नेह के मजबूत बंधन’’ का प्रतिनिधित्व करता है। कांग्रेस नेता ने आशा व्यक्त की कि वे उन्हें संसद में उनका प्रतिनिधित्व करने का अवसर देंगे। लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के उम्मीदवार सत्यन मोकेरी ने दावा किया था कि अपने भाई राहुल गांधी की तरह प्रियंका भी वायनाड को एक संक्षिप्त पड़ाव के रूप में देखती हैं, कभी-कभार आती हैं और लगातार मौजूद नहीं रहती हैं। भाजपा की नाव्या हरिदास ने प्रियंका के आगमन और रोड शो की तुलना एक सालाना ‘‘उत्सव’’ से की।

अपने पांच दिवसीय प्रचार अभियान के तीसरे दिन प्रियंका ने दोहराया कि बेरोजगारी और बढ़ती कीमतों जैसे आवश्यक मुद्दे अभी भी अनसुलझे हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर ‘‘विभाजनकारी राजनीति’’ करने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता ने मेडिकल कॉलेज की कमी, रात्रि यात्रा पर प्रतिबंध और मानव-पशु संघर्ष समेत स्थानीय मुद्दों पर प्रकाश डाला तथा इनके समाधान के लिए अपने भाई राहुल गांधी के प्रयासों की सराहना की।

प्रियंका ने कहा कि उनके दबाव के कारण सरकार ने वायनाड में एक अस्पताल को मेडिकल कॉलेज में बदल दिया, हालांकि ‘‘राजनीतिक कारणों’’ से इसमें अभी भी आवश्यक सुविधाओं का अभाव है। कांग्रेस नेता ने निवासियों से इन मुद्दों को हल करने के लिए दबाव बनाने का आग्रह किया।

उन्होंने रोजगार के अवसर पैदा करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हम विभिन्न प्रकार के पर्यटन, जैसे कि इकोटूरिज्म और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देकर यह हासिल कर सकते हैं।’’

वायनाड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में सात विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं-वायनाड जिले में मनंतवडी (एसटी), सुल्तान बाथरी (एसटी), और कलपेट्टा; कोझीकोड जिले में थिरुवंबडी; और मलप्पुरम जिले में एरानाड, नीलांबुर और वंडूर।

प्रियंका ने रविवार को दूसरे चरण का अपना प्रचार अभियान फिर से शुरू किया, जिसमें उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र में अपने भाई राहुल गांधी के साथ रैलियां और नुक्कड़ सभाएं कीं। पहली बार चुनावी मैदान में उतरीं कांग्रेस महासचिव अपने कार्यक्रम के अनुसार सात नवंबर तक केरल में रहेंगी।

वायनाड सीट के लिए उपचुनाव इसलिए जरूरी हो गया था क्योंकि वायनाड और रायबरेली दोनों जगहों से लोकसभा सीटें जीतने वाले राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोड़ने का फैसला किया। वायनाड में मतदान 13 नवंबर को होगा।

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