विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि जिस तरह से भारत ने जब चंद्रमा पर कदम रखा और दुनिया भर में टीके भेजे उसी तरह उसके ‘विकसित भारत’ के प्रयास पर करीबी नजर रखी जाएगी। संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए जयशंकर ने यह भी कहा कि इस कठिन समय में उम्मीद और आशावाद को पुनः जागृत करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि…
उन्होंने कहा, ‘‘जब भारत ने चांद पर कदम रखा, अपना 5जी स्टैक तैयार किया, दुनिया भर में टीके भेजे, फिनटेक को अपनाया या इतने सारे वैश्विक क्षमता केंद्र स्थापित किये तो इसमें एक संदेश छिपा था। ‘विकसित भारत’ या विकसित भारत के लिए हमारी खोज पर निश्चित रूप से करीबी नजर रखी जाएगी।’’
जयशंकर ने कमजोर वर्गों, महिलाओं, किसानों और युवाओं के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने, रोजगार और उद्यमिता के अवसरों का विस्तार करने, अन्यत्र अनुकरणीय मॉडल बनाने और वैश्विक दक्षिण को अपनी साझा चिंताओं को व्यक्त करने और एक साथ आने के लिए प्रोत्साहित करने के भारत के प्रयासों पर प्रकाश डाला।
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