
जब 19वीं सदी के मध्य में प्लेग, हैज़ा और पीला बुख़ार जैसी महामारियों के प्रकोप ने, नए-नए औद्योगिकृत हुए, परस्पर जुड़े विश्व को झिंझोड़ दिया था, तो स्वास्थ्य के लिए एक वैश्विक दृष्टिकोण अपनाने की ज़रूरत महसूस की गई. वर्ष 1851 में, विभिन्न देशों के डॉक्टरों, वैज्ञानिकों, राष्ट्रपतियों व प्रधानमंत्रियों ने, पेरिस में अन्तरराष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन का आयोजन किया, जिसने आगे चलकर वर्तमान के सबसे विशाल संगठन, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का रूप लिया…