महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई। चुनाव आयोग द्वारा तारीखों का ऐलान कभी भी किया जा सकता है। मगर तारीखों के ऐलान से पहले ही जुबानी जंग शुरू हो गया है। शिवसेना VS शिवसेना के बीज सियासी पारा हाई है। महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे ने शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि वो अपना आत्मविश्वास खो चुके हैं।
महाराष्ट्र में चुनावी जंग से पहले जुबानी जंग शुरू हो गया है। महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि वो आत्मविश्वास खो चुके हैं, उनकी लड़ाई विपक्ष के नेता के लिए है। इतना ही नहीं शिंदे ने विधानसभा चुनाव को लेकर उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा कि वो दिल्ली की गली-गली में जाकर थक गए हैं। गली-गली में जाकर कर रहे हैं कि उन्हें बनाओ सीएम पद का चेहरा। मगर में उन्हें विपक्ष के नेता के रूप में उनको शुभकामनाएं देता हूं।
महाराष्ट्र में चुनावी जंग से पहले जुबानी जंग
नवंबर के अंत से पहले महाराष्ट्र में चुनावी बिगुल बज सकता है और उससे पहले दोनों पार्टियों के नेताओं में आक्रामक तेवर देखे गए। बता दें कि दशहरे पर भी महाराष्ट्र में सियाली पारा चढ़ा रहा है। शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे और शिवसेना नेता और सीएम एकनाथ शिंदे आमने-सामने आए और एक दूसरे पर कई निशाने साधे। हर साल की तरह दोनों पार्टियों ने मुंबई में हशहरा उत्सव मनाया और भाषण दिया। उद्धव ठाकरे ने शिंदे गुट को डुप्लीकेट बताया तो शिंदे ने उद्धव गुट की तुलना ओवैसी से कर दी।
CM शिंदे के इस फैसले पर विपक्ष ने उठाया सवाल
वहीं, सीएम एकनाथ शिंदे ने मुंबई में हल्के मोटर वाहनों के लिए टोल टैक्स समाप्त करने की घोषणा कर जुबानी जंग छेड़ दी। कांंग्रेस ने राज्य सरकार ने इस फैसले को चुनावी जुमला बताया तो उद्धव ठाकरे गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे बिगड़ती कानून व्यवस्था से लोगों का ध्यान हटाने का तरीका बताया। अब इस मामले में सीएम शिंदे ने विपक्ष पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि महायुति सरकार चुनाव को ध्यान में रखकर फैसले नहीं लेती है।
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