10 Parsi Stalwarts: भारत की जनसंख्या का केवल 0.0005 फीसदी होने के बावजूद, पारसी समुदाय ने देश में विभिन्न औद्योगिक और आर्थिक सुधारों को चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उनकी कड़ी मेहनत और उद्यमशीलता ने भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, खासकर औद्योगिक क्रांति के दौरान. पारसियों के पास समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है और उन्होंने देश पर अमिट प्रभाव छोड़ा है. उन्होंने देश के निर्माण में बढ़चढ़कर योगदान दिया है. अगर टाटा और गोदरेज आधुनिक उद्योग के निर्माण में माहिर माने जाते हैं तो होमी भाभा ने भारत को परमाणु शक्ति बनाया. इस समुदाय ने रोहिंटन मिस्त्री जैसे महान उपन्यासकार और बच्ची करकरिया जैसे पत्रकार तैयार किए. भारत के अधिकांश शीर्ष वकील नानी पालकीवाला, सोली सोराबजी और नरीमन पारसी थे और हैं. दादाभाई नरोजी और झाबवाला ने स्वतंत्रता आंदोलन में भी योगदान दिया. भीकाजी कामा यूरोप में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराने वाले पहले व्यक्ति थे. सकलातवाला ब्रिटिश संसद के लिए चुने जाने वाले पहले भारतीय थे. पारसियों ने दिग्गज फिल्म एक्टर, क्रिकेटर और ऑर्किटेक्ट भी दिए. आइए जानते हैं उन 10 पारसियों के बारे में जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में झंडे गाड़ दिए.