
विश्व अर्थव्यवस्था मन्दी के रास्ते पर आगे बढ़ती नज़र आ रही है और इस वर्ष वैश्विक प्रगति की रफ़्तार 2.3 प्रतिशत तक ही सीमित रह जाने का अनुमान है. संयुक्त राष्ट्र व्यापार एवं विकास एजेंसी (UNCTAD) ने बुधवार को प्रकाशित एक नई रिपोर्ट में आगाह किया है कि व्यापार जगत में बढ़ता तनाव और व्याप्त अनिश्चितता इसकी एक बड़ी वजह हैं.