केंद्रीय मंत्री और राजग के सहयोगी रामदास आठवले ने रविवार को कहा कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा के निर्माण का काम एक अनुभवहीन मूर्तिकार को सौंपना गलत फैसला था।
उन्होंने यह बात तटीय सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में बनी शिवाजी की प्रतिमा के गिरने की घटना के कुछ दिनों बाद कही है।
मालवण तालुका में किले का दौरा करने के बाद केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री ने घटना की विस्तृत जांच की मांग की।
आठवले ने संवाददाताओं से कहा, “अनुभवी मूर्तिकारों की कोई कमी नहीं है, फिर एक नौसिखिए को जिम्मेदारी क्यों दी गई?”
इस घटना को अक्षम्य बताते हुए उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग और नौसेना के संबंधित अधिकारियों की भी जांच होनी चाहिए।
मुंबई से करीब 480 किलोमीटर दूर मालवण तहसील के राजकोट किले में 17वीं सदी के मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा 26 अगस्त को ढह गई थी। इसका अनावरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चार दिसंबर 2023 को नौसेना दिवस के अवसर पर किया था।