
(खबरें अब आसान भाषा में)
डायमंड एक्सपर्ट जीतूभाई मोरडिया का कहना है कि 2008 में रत्न कलाकार बोर्ड बना था, रत्नसिंह योजना भी थी जिससे डायमंड वर्कर काफ़ी ख़ुश थे। इस मुश्किल के माहौल में अब सरकार ही कोई रास्ता निकाल सकती है। डायमंड इंडस्ट्री से सरकारों को सालाना करोड़ों का राजस्व मिलता है। लेकिन आज इंडस्ट्री की हालत पतली है