Sanjauli Mosque Case: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में संजौली मस्जिद का विवाद फिर सुलग उठा है। मुस्लिम पक्ष अब नगर निगम आयुक्त के फैसले को मानने को तैयार नहीं है और सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ने की बात करने लगा है। इधर, हिंदू पक्ष के एक फैसले ने विवाद सुलझाने की चुनौती को और बढ़ा दिया है। संजौली शहर में सनातन सब्जी और दुकान वाले की नेमप्लेट लगाई जाने लगी हैं।
संजौली में हिंदू पक्ष पहले से ही आक्रोशित है। बीते दिनों में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन देखे जा चुके हैं। एक वक्त मस्जिद की कमेटी अवैध निर्माण हटाने के लिए राजी हुई थी। फिलहाल दोनों पक्ष फिर एक दूसरे के खिलाफ खड़े होते दिखाई दे रहे हैं।
आयुक्त का फैसला अब मुस्लिम संगठन को मंजूर नहीं
शिमला में ऑल हिमाचल मुस्लिम संगठन की बैठक में हुई। मुस्लिम संगठन ने फैसला लिया है कि वो नगर निगम आयुक्त के फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में जाएंगे। ऑल हिमाचल मुस्लिम संगठन के प्रवक्ता नजाकत अली हाशमी कह रहे हैं कि ‘मस्जिद कमेटी ने दबाव में आकर आयुक्त से मस्जिद को गिराने की अनुमति मांगी। वक्फ बोर्ड और मुस्लिम संगठनों को विश्वास में नहीं लिया गया था।’ नजाकत अली हाशमी दावा करते हैं कि मस्जिद वक्फ बोर्ड की जमीन पर बनी है और अवैध निर्माण के आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट तक लड़ी जाएगी लड़ाई, क्योंकि मुस्लिम समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं।
संजौली में सनातन सब्जी वाले की नेमप्लेट
संजौली अवैध मस्जिद मामले को लेकर आए फैसले के खिलाफ जहां ऑल हिमाचल मुस्लिम संगठन ऊपरी अदालत में जाने की बात कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ देवभूमि संघर्ष समिति ने संजौली बाजार में बाहरी राज्यों से आए मुस्लिमों का आर्थिक बहिष्कार करना शुरू कर दिया है। देवभूमि संघर्ष समिति ने संजौली शहर में हिंदुओं के प्रतिष्ठानों में सनातन सब्जी और दुकान वाला नाम की पटिकाएं लगाई हैं और बाहरी राज्यों से आ रहे मुस्लिमों का आर्थिक बायकॉट करने की बात की जा रही है।
कहां से शुरू हुई संजौली मस्जिद विवाद?
शिमला में संजौली मस्जिद के विवाद की शुरुआत 31 अगस्त को एक झगड़े के बाद हुई थी। मस्जिद क्षेत्र से तकरीबन 8 किलोमीटर दूर मलयाना गांव में हुए झगड़े का आरोपी कथित तौर पर मस्जिद में शरण ले रहा था। बाहरी होने के आरोपों के साथ आरोपी गुलनवाज के संजौली मस्जिद में शरण लेने के बाद ये चर्चा में आई। लोगों का गुस्सा मस्जिद को लेकर भड़कने लगा था। मामले ने तब तक और पकड़ा जब हिमाचल प्रदेश विधानसभा के भीतर मुद्दा उठा। कांग्रेस शासित राज्य हिमाचल में कांग्रेस के ही एक विधायक ने संजौली मस्जिद को लेकर सवाल उठा दिए थे। बाद में खूब हंगामा हुआ और संजौली शहर में भी जबरदस्त प्रदर्शन हुए। मस्जिद में अवैध निर्माण के आरोप भी लगने लगे थे। हालांकि उस समय अवैध हिस्से को तोड़ने की बात हुई है, लेकिन अब मामला एक नया रूप लेने लगा है।
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