देश से सेवा क्षेत्र के निर्यात को बढ़ाने के लिए वाणिज्य मंत्रालय 12 प्रमुख क्षेत्रों पर अधिक ध्यान देने की योजना बना रहा है। इससे समग्र निर्यात आंकड़ा बेहतर करने में मदद मिलने का अनुमान है। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत में इसका उल्लेख करते हुए कहा कि सेवाओं के क्षेत्र में भारत एक “बहुत” महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
उन्होंने कहा, “हमने 12 चैंपियन (प्रमुख) सेवा क्षेत्रों की पहचान की है और हम इन पर अधिक सामंजस्यपूर्ण तरीके से ध्यान केंद्रित करेंगे। हम सोच रहे हैं कि किस तरह अन्य मंत्रालयों के साथ सहयोग कर विभिन्न सेवाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाए।” सेवा निर्यात के प्रोत्साहन के लिए चिह्नित क्षेत्रों में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), पर्यटन, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, परिवहन, लेखा और निर्माण एवं संबंधित इंजीनियरिंग सेवाएं शामिल हैं।
बर्थवाल ने कहा कि वर्ष 2030 तक एक लाख करोड़ डॉलर मूल्य की वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात का लक्ष्य तय किया गया है। इसे हासिल करने में सेवा निर्यात अहम भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक संघर्षों से इस क्षेत्र पर उतना प्रभाव नहीं पड़ता जितना कि माल पर पड़ता है। दरअसल मौजूदा वैश्विक हालात में देश का वस्तु निर्यात नकारात्मक रूप से प्रभावित हो रहा है।