Baba Siddique murder: बाबा सिद्दीकी की हत्या मुंबई में दशकों में पहली हाई-प्रोफाइल राजनीतिक घटना है, जिसने 1990 के दशक में राजनीतिक रूप से प्रेरित हत्याओं की यादें ताजा कर दी हैं। बाबा सिद्दीकी की हत्या ने पूरे देश को हिला दिया है। 19 से 23 साल की उम्र के 3 शूटर्स ने सरेराह बाबा सिद्दीकी मुंबई की सड़कों पर गोलियों से भून डाला। सिद्दीकी अजित पवार गुट वाली एनसीपी के नेता थे और महाराष्ट्र सरकार में पहले राज्यमंत्री भी रह चुके थे। लगभग 48 साल कांग्रेस में बिताने के बाद कुछ समय पहले ही सिद्दीकी ने एनसीपी ज्वाइन की थी। हालांकि पूर्व मंत्री की हाई-प्रोफाइल हत्या की जांच के बीच आरोपियों के परिवार सदमे और अविश्वास से जूझ रहे हैं।
इस हत्याकांड के तीनों आरोपी सामान्य परिवार से आते हैं। दो आरोपी शिव कुमार उर्फ शिव गौतम और धर्मराज कश्यप उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के रहने वाले हैं, जबकि गुरमेल बलजीत सिंह नाम का शख्स हरियाणा के कैथल जिले का रहने वाला है। कथित तौर पर इन तीनों युवकों ने ही बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या की है। हालांकि आरोपियों के परिवार अपने बच्चों के कांड से हैरान हैं। परिवार के लोगों को भरोसा ही नहीं हो रहा है कि उनके बच्चे जुर्म की दुनिया में बहुत आगे बढ़ चुके हैं। हत्या में शामिल युवकों की माताओं ने दावा किया कि उन्हें हाल के महीनों में अपने बेटों की गतिविधियों के बारे में बहुत कम जानकारी थी।
धर्मराज कश्यप की मां को आरोपों पर भरोसा ही नहीं
गिरफ्तार संदिग्धों में से एक 19 वर्षीय धर्मराज कश्यप की मां ने आरोपों पर अविश्वास जताते हुए कहा कि उसका बेटा दो महीने पहले पुणे में कबाड़खाने में काम करने के लिए घर से निकला था। बहराइच के एक गांव में रहने वाली धर्मराज की मांग ने एएनआई से बातचीत कहा, ‘दो महीने पहले वो कबाड़खाने में काम करने गया था। वो पुणे गया था। तब से हमने सिर्फ एक बार संपर्क किया है।’
शिवकुमार की मां बोली- बेटा नहीं करता था बात
इसी तरह, बहराइच के ही रहने वाले फरार आरोपी शिवकुमार की मां ने भी बात की, उन्होंने दावा किया कि उन्हें मुंबई में अपने बेटे की गतिविधियों के बारे में पता नहीं था। महिला ने कहा, ‘वो कबाड़खाने में काम करने के लिए पुणे गया था। मुझे सिर्फ यही पता था। वो होली के दौरान घर आया था और उसके बाद वापस नहीं लौटा। उसने मुझसे फोन पर बात करना भी बंद कर दिया, इसलिए मैं इस घटना के बारे में कुछ नहीं कह सकती।’ उसने आगे कहा कि उसका बेटा लगभग 18 या 19 साल का था।
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गुरमेल की दादी ने कहा- उसे गोली मार दो
हरियाणा के कैथल के रहने वाले गुरमेल सिंह की दादी कह रही है कि उसने अपने पोते को बेदखल कर दिया है। बताया जाता है कि गुरमेल सिंह के माता-पिता नहीं है। घर में दादी रहती है। गुरमेल सिंह की दादी का कहना है कि उन्होंने उसे (गुरमेल सिंह) 11 साल से बेदखल कर रखा है। अपने बयान में गुरमेल की दादी ने कहा, ‘गुरमेल सिंह मेरा कुछ भी नहीं लगता है। गुरमेल के बारे में जानकारी नहीं है। गांव में नहीं आया वो पिछले कुछ दिनों से। मैंने उसे बेदखल कर रखा है 11 साल से। मेरा उससे कोई संपर्क नहीं है। मेरी तरफ से उसको खड़ा करके गोली मार दो।’
बांद्रा में बेटे के दफ्तर के बाहर बाबा सिद्दीकी की हत्या
संदिग्धों पर मुंबई के जाने-माने राजनीतिक व्यक्ति 66 वर्षीय बाबा सिद्दीकी के ऊपर घातक गोलीबारी में शामिल होने का आरोप है, जिनका बॉलीवुड से करीबी संबंध है। सिद्दीकी को शनिवार रात मुंबई के बांद्रा उपनगर में उनके बेटे विधायक जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर 3 हमलावरों ने गोली मार दी। उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इस हत्या ने राजनीतिक और सेलिब्रिटी हलकों में हलचल मचा दी है, क्योंकि सिद्दीकी को सलमान खान और शाहरुख खान जैसे बॉलीवुड सितारों से अपने संबंधों के लिए जाना जाता था। 3 कथित हमलावरों में से दो धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि तीसरा संदिग्ध आरोपी शिवकुमार अभी भी फरार है।
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