दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा (Arvind Kejriwal resigns) दे दिया है। अरविंद केजरीवाल के राजभवन जाकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना (Lieutenant Governor VK Saxena) को अपना इस्तीफा सौंपा। केजरीवाल के साथ दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी और वरिष्ठ नेता गोपाल राय भी राजभवन पहुंचे थे।
एक तरफ दिल्ली में चुनावों तक के लिए आतिशी के हाथ में केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद की कमान सौंपी तो दूसरी तरफ बीजेपी आम आदमी पार्टी पर हमलावर हो गई। दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि चेहरा बदल देने से आम आदमी पार्टी का चरित्र नहीं बदलेगा। अपने मंत्रिमंडल की साथी जो भ्रष्टाचार के प्रारूप में शामिल रहीं हैं, उन आतिशी को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करना दिल्ली को अराजकता की तरफ धकेलने का उनका प्रारूप है।
आम आदमी पार्टी चेहरा बदलकर मेकओवर करना चाहती है- BJP
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी चेहरा बदलकर मेकओवर करना चाहती है। गुनाहगार अरविंद केजरीवाल जब शराब घोटाले में जेल जा रहे थे तो उन्होंने अपने विभागों का बंटवारा किया। कई विभाग अपने मंत्री कैलाश गहलोत को दिए, जेल में पहले से बंद मनीष सिसोदिया ने मुंह बंद रखने की कीमत मांगी, उस कीमत के बदले कैलाश गहलोत से विभाग छीनकर आतिशी को दिए गए। मुख्यमंत्री के लिए आतिशी का नाम आया तो मनीष सिसोदिया का दबाव आज फिर काम किया।
आतिशी के हाथ दिल्ली की ‘कमान’
मंगलवार, 17 सितंबर को आम आदमी पार्टी (AAP) की विधायक दल की मीटिंग में इस फैसले पर मुहर लगी कि आतिशी को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी मार्लेना राजधानी की कमान संभालेंगी। आतिशी की गिनती दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल की भरोसेमंद और करीबियों में होती हैं। दिल्ली सरकार में इकलौती महिला मंत्री हैं और सबसे अधिक विभागों की भी जिम्मेदारी आतिशी ने संभाल रखा है। अब आतिशी के कंधे पर नई जिम्मेदारी आने वाली है। देखना होगा कि आतिशी केजरीवाल के भरोसे पर कितना खरा उतरती हैं। हालांकि, उन्हें यह जिम्मेदारी अगले चुनाव तक ही दी है।