केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, जे पी नड्डा और नितिन गडकरी सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई वरिष्ठ नेताओं ने बृहस्पतिवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव और राज्यसभा के पूर्व सदस्य सीताराम येचुरी के निधन पर शोक जताया और सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान को याद किया।
येचुरी का बृहस्पतिवार को यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। वह 72 वर्ष के थे। उनकी हालत पिछले कुछ दिन से गंभीर बनी हुई थी और उन्हें कृत्रिम श्वसन प्रणाली पर रखा गया था।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘माकपा महासचिव और पूर्व राज्यसभा सदस्य सीताराम येचुरी के निधन से दुखी हूं। अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने एक सुलझे हुए सांसद के रूप में पहचान बनाई। वह अपने ज्ञान और अभिव्यक्ति के लिए भी जाने जाते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह मेरे दोस्त भी थे, जिनके साथ मुझे कई बार संवाद का मौका मिला। मैं उनके साथ अपनी बातचीत को हमेशा याद रखूंगा। उनके शोक संतप्त परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना।’’ केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि माकपा महासचिव और पूर्व राज्यसभा सदस्य सीताराम येचुरी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ।
उन्होंने कहा, ‘‘उनका निधन राजनीतिक क्षेत्र के लिए एक नुकसान है। मैं उनके परिवार के सदस्यों और मित्रों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर उन्हें इस कठिन समय को सहने की शक्ति दें।’’ भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने कहा कि येचुरी के असामयिक निधन से उन्हें गहरा दुख हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘येचुरी जी की दशकों की समर्पित सार्वजनिक सेवा और राष्ट्र के लिए अपार योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनका जाना भारतीय राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।’’
सड़क परिवहन मंत्री गडकरी ने कहा, ‘‘सीताराम येचुरी के निधन से गहरा दुख हुआ। सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। इस कठिन समय में उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति हार्दिक संवेदना।’’
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि माकपा के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी के निधन से गहरा दुख हुआ है। उन्होंने संसद में उनके साथ बिताए पलों को याद करते हुए उनके परिवार, सहयोगियों और प्रशंसकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने येचुरी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उनका माकपा महासचिव के साथ एक लंबा जुड़ाव था। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हम कई दशक पहले इंडिया गेट के लॉन में क्रिकेट खेलते थे जब हम किशोरावस्था में थे। बौद्धिक क्षमता रखने वाले येचुरी ने अपना जीवन एक विचारधारा के लिए समर्पित कर दिया, जिसमें वह दृढ़ता से विश्वास करते थे। उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना।’’
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि येचुरी ने अपना पूरा जीवन देश के लिए लगा दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘सीताराम येचुरी का निधन बेहद दुखद है। जब मैं राज्यसभा में आया था तो वह एक सांसद थे। वह बहुत ही शांत स्वभाव वाले व्यक्ति थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश के लिए लगा दिया। हमारी विचारधाराएं अलग थीं तब भी हम दोस्त थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है और वह हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि इस कठिन समय में उनके परिवार को शक्ति प्रदान करें।’’
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सामाजिक न्याय के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और भारतीय राजनीति में उनकी प्रभावशाली भूमिका भावी पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि उनका जाना राजनीतिक समुदाय के लिए एक झटका है।