पश्चिमोत्तर सीरिया में विभिन्न शिविरों व विस्थापित केन्द्रों में रह रहे क़रीब 10 लाख हताश नागरिक अगले वर्ष तक अपने घर लौटना चाहते हैं, जिससे एक नए मानवीय उपजने की आशंका उपजी है. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) के अनुसार, घर वापसी करने वाले लोगों को घर, रोज़गार, स्कूलों, बिजली व पेयजल की आवश्यकता होगी, मगर 14 वर्षों तक हिंसक टकराव से पीड़ित रहे देश में इन सेवाओं का अभाव है.
सीरिया: हताशा भरे हालात में रहने के लिए मजबूर 10 लाख नागरिक, घर लौटने के इच्छुक
