सेना प्रमुख ने परमवीर चक्र विजेता बाना सिंह से अस्पताल में की मुलाकात

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सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने परमवीर चक्र विजेता 75 वर्षीय मानद कैप्टन बाना सिंह का हालचाल जानने के लिए दिल्ली के एक सैन्य अस्पताल का दौरा किया। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। एक सूत्र ने बताया कि कुछ दिन पहले बाना सिंह को सैन्य अस्पताल (रिसर्च एंड रेफरल) या एएचआरआर में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था और कुछ ही समय बाद सेना प्रमुख उनसे मिलने आए।

जून 1987 में तत्कालीन नायब सूबेदार सिंह को सियाचिन में 21,153 फुट की ऊंचाई पर बर्फ के एक विशाल ढेर पर स्थित कायद पोस्ट पर कब्जा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर उनके उल्लेख के अनुसार, उन्होंने पाकिस्तानी सैनिकों का डटकर मुकाबला किया और बाद में उन्हें भारत के सर्वोच्च वीरता पदक – परमवीर चक्र – से सम्मानित किया गया।

कैप्टन बाना सिंह से मिले सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी

सूत्र ने बताया कि सेना प्रमुख ने एएचआरआर में उनसे मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य एवं कुशलता के बारे में जानकारी ली। प्रशस्ति पत्र के अनुसार, ‘‘कायद पोस्ट समुद्र तल से 21,153 फुट की ऊंचाई पर एक विशाल बर्फ के ढेर पर स्थित है। कायद पोस्ट में बर्फ की दीवार इसे एक बहुत ही प्रभावशाली स्थान प्रदान करती है…।’’

नायब सूबेदार बाना सिंह जून 1987 में गठित कार्य बल के सदस्य बनने के लिए स्वेच्छा से आगे आये। सिंह का जन्म जम्मू के कडयाल गांव में अमर सिंह और भोली देवी के घर हुआ था। वह 1969 में भारतीय सेना में शामिल हुए और 8 जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री में उनकी भर्ती हुई।

प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि पिछले साल 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के अवसर पर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के 21 अनाम द्वीपों का नाम 21 परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर रखा गया था। इनमें से एक द्वीप का नाम नायब सूबेदार बाना सिंह के नाम पर रखा गया है।

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