संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि “विश्व ने ग़ाज़ा के लोगों को बेसहारा छोड़ दिया है” और मध्य पूर्व में फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन सहायता एजेंसी – UNRWA, युद्ध के कारण नरक जैसा स्थान बन चुके ग़ाज़ा में, आशा की केवल एक मात्र स्तम्भ बची है.