Atul Subhash Sex Allegations: इंजीनियर अतुल सुभाष ने पत्नी की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या करली है। अपनी जान देने से पहले जारी किए वीडियो में अतुल सुभाष ने अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया के साथ निजी संबंधों को लेकर भी खुलासा किया है। अतुल ने वीडियो में बताया कि निकिता ने धारा 377 के अंतर्गत केस किया है। अतुल ने बताया कि उन्होंने कोई भी ऐसा काम अपनी पत्नी के साथ नहीं किया है।
अतुल सुभाष के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 377 के तहत केस दर्ज है। धारा 377 किसी भी पुरुष, महिला या पशु के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध को अपराध घोषित करती थी। अतुल सुभाष ने कहा कि हमारा एक बेटा है, तो सेक्स जरूर हुआ है। मेरी पत्नी के पास कोई भी मेडिकल प्रूफ या कोई मेडिकल एग्जामिनेशन नहीं है। अप्राकृतिक यौन संबंध तो दूर हमारे बीच 6 महीनों से सेक्स ही नहीं हुआ।
‘4-5 दिन नहीं नहाती थी’
आत्महत्या से पहले जारी की गई वीडियो में अतुल ने आरोप लगाया कि हमारे बीच 6 महीने कुछ इसलिए नहीं हुआ कि मेरी पत्नी निकिता सिंघानिया 4-5 दिन नहाती नहीं थी। जब वो हमारे बच्चे की मां बन गई और उसे दूध पिलाती थी, उस समय भी साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखती थी।
ओरल सेक्स का दबाव
अतुल सुभाष ने अपनी पत्नी पर सेक्स लाइफ से जुड़े कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी आर्मपिट चाटटती थी। अतुल को ये सब करना अच्छा नहीं लगता था। इतना ही नहीं, अतुल ने आरोप लगाया कि निकिता सिंघानिया उनके ऊपर ओरल सेक्स करने का दबाव बनाती थी। जो मैं नहीं कर सकता था। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि निकिता हर रोज सेक्स करने को कहती थी, मुझे कोई ना कोई बहाना बनाना पड़ता था।
2 साल से चल रहा था केस
अतुल के तलाक का केस 2 साल से चल रहा था, 100 से ज्यादा तारीखों और लाखों रुपये खर्च करने के बाद अतुल को तलाक की जगह अपनी जीवन लीला खत्म करना ज्यादा आसान लगा। अपने सुसाइड वीडियो में अतुल सुभाष ने प्रशासन और लचर व्यवस्था को दोषी बताते हुए कहा कि आत्महत्या ही उनके लिए सबसे सही फैसला है। उन्होंने कहा- ‘खुदको ही खत्म कर लेना बेस्ट है। जो पैसे मैं कमा रहा हूं, वो मुझे बर्बाद करने के लिए इस्तेमाल हो रहे हैं और ये बढ़ता ही रहेगा। मेरे ही टैक्स के पैसे से कोर्ट, पुलिस सिस्टम मुझे, मेरी फैमिली और बाकी अच्छे लोगों को भी प्रताड़ित करेगा। मेरे मरे हुए शरीर के आसपास मेरी पत्नी और उसके परिवार की तरफ से कोई नहीं आना चाहिए।’
ये भी पढ़ें: ‘मेरी मृत्यु आपकी विफलता का एकमात्र बिंदु, आपकी हर नैतिकता बेईमानी है…’, अतुल सुभाष की आखिरी कविता