छठ पर्व पर डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए बृहस्पतिवार देर शाम हरिद्वार में हर की पौड़ी सहित विभिन्न गंगा घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा हुए। व्रती महिलाओं और पुरुषों ने पानी में खड़े होकर सूर्य देव को फल, सब्जी और खाने की सामग्री अर्पित की और अपने प्रियजनों की प्रसन्नता तथा समृद्धि की कामना की ।
छठ पूजा के लिए गंगा घाटों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। शाम को हजारों की संख्या में लोग पूजा सामग्री लेकर गंगा घाटों पर पहुंचे जहां उन्होंने डूबते सूरज को अर्घ्य दिया। शुक्रवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर महिलाएं 36 घंटे का अपना व्रत खोलेंगी और इसके साथ ही छठ पूजन संपन्न होगा।
पारंपरिक रूप से छठ पूजा पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में मनाया जाता है लेकिन पिछले कुछ सालों में इसका विस्तार देश के अन्य हिस्सों खासतौर से उन स्थानों में भी हो गया है जहां पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों की अच्छी खासी तादाद है।
पूर्वांचल उत्थान सेवा समिति के अध्यक्ष रूपलाल यादव ने बताया कि पूर्वांचलवासियों के लिए छठ पूजा विशेष त्योहार है। उन्होंने कहा कि समिति ने बहादराबाद के गंगा घाट पर छठ पूजन महोत्सव का आयोजन किया जिसमें बड़ी संख्या मे श्रद्धालु पंहुचे।