Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक बच्चे की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। हैरान करने वाले मामले में स्कूल मैनेजर ने कथित तौर पर विद्यालय की तरक्की और प्रसिद्धि पाने के लिए बच्चे की बली चढ़ा दी। सामने आया है कि स्कूल प्रबंधक बच्चे की लाश को कार में लेकर रहा। खुलासा हुआ है कि स्कूल मैनेजर कथित तौर पर तंत्र-मंत्र करता है। उसे भरोसा था कि बलि देकर स्कूल तरक्की करेगा। फिलहाल 5 लोगों को इस मामले में पुलिस ने धर दबोचा है।
एफआईआर एक व्यक्ति के बयान के आधार पर दर्ज की गई, जिसने कहा कि दिनेश बघेल और अन्य आरोपियों ने उसे बताया कि उन्होंने 23 सितंबर को उसके बेटे का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। एफआईआर के अनुसार, बच्चा स्कूल के छात्रावास में रहता था। पुलिस के अनुसार, लड़के की कथित तौर पर 23 सितंबर को हाथरस के एक निजी स्कूल के छात्रावास में हत्या कर दी गई थी।
23 सितंबर को हुई बच्चे की हत्या
हाथरस के अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह बताते हैं कि 23 सितंबर को सहपऊ थाना क्षेत्र के डीएल पब्लिक स्कूल के छात्रावास में एक छात्र की हत्या कर दी गई थी। शिकायतकर्ता के बयान के आधार पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। स्कूल के मालिक समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर कार्रवाई करेगी।
आरोपियों की पहचान रामप्रकाश सोलंकी, दिनेश बघेल, जशोधन सिंह उर्फ भगत जी, लक्ष्मण सिंह और वीरपाल सिंह उर्फ वीरू के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि पांचों आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103 (1) के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने लिया संज्ञान
इधर घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य अनीता अग्रवाल ने कहा कि वो राज्य प्रशासन से इस स्कूल की मान्यता रद्द करने की सिफारिश करेंगी। अपने बयान में अनीता अग्रवाल ने कहा, ‘ये एक जघन्य घटना है। हम इस मामले में कार्रवाई करेंगे। मैं राज्य प्रशासन से इस स्कूल की मान्यता रद्द करने की सिफारिश करूंगी।’