हिमाचल CM के समोसा विवाद में फंसी एक महिला अधिकारी? BJP का आरोप- जलील किया और…

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Himachal Pradesh Samosa Controversy: हिमाचल प्रदेश में ‘समोसे’ पर जारी संग्राम के बीच कांग्रेस की सुक्खू सरकार पर विपक्षी पार्टी बीजेपी लगातार हमलावर है। इस बीच नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ‘समोसे की जांच’ पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि एक महिला पुलिस अधिकारी को जलील किया गया,जिसकी वजह से उसे मजबूरन बोरिया-बिस्तर समेट कर जाना पड़ा… इसकी जांच नहीं हो रही। राज्य में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच नहीं हो रही लेकिन समोसे पर जांच हो रही है।

विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि हैरानी की बात है कि समोसे खाने को भी सुक्खू सरकार ने सरकार विरोधी गतिविधि ठहराया है। समोसे किसने खाये इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को जांच के आदेश दिए गए। प्रदेश में भ्रष्टाचार हो रहे हैं उनकी जांच नहीं की जा रही।

महिला पुलिस अधिकारी को रातों-रात जलील किया- जयराम ठाकुर का दावा

जयराम ठाकुर ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि एक पुलिस अधिकारी किसी जिले में ड्यूटी दे रही थी उसे रातों-रात जिस प्रकार से जलील किया गया और परेशान किया गया। ऐसे में उसे मजबूर होकर जाना पड़ा। इन सभी बातों को दरकिनार कर जिस तरह से कांग्रेस समोसा जांच को प्राथमिकता दे रही है उससे तो लोगों का सवाल खड़ा करना स्वाभाविक है।

भाजपा ने की ‘समोसा पार्टी’

इससे पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर परोक्ष रूप से तंज के रूप में भाजपा ने समोसा पार्टी की। बकायदा इसका वीडियो भी बनाया गया और फिर उसे सोशल मीडिया पर शेयर किया गया। हिमाचल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बीजेपी नेताओं संग समोसा खाकर आनंद लिया।

सीएम सुक्खू ने मामले के तूल पकड़ता देख दी सफाई

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में जब मामले ने तूल पकड़ा तो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने अपनी सफाई दी। कथित ‘सरकार विरोधी’ कार्रवाई पर स्पष्टीकरण देते हुए उन्होंने कहा कि जांच दुर्व्यवहार के मुद्दे पर थी। सुखू ने एएनआई से कहा कि, ‘ऐसा कुछ नहीं है। ये (CID) दुर्व्यवहार के मुद्दे पर शामिल थी, लेकिन आप (मीडिया) ‘समोसा’ के बारे में खबर चला रहे हैं।’ इसके अलावा, संजीव रंजन ओझा, डिप्टी जनरल सीआईडी ​​ने कहा कि ये सीआईडी ​​का आंतरिक मामला है और इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। ओझा ने कहा ‘ये पूरी तरह से CID ​​का आंतरिक मामला है। इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। सीएम समोसे नहीं खाते,हमने किसी को नोटिस नहीं दिया है। हमने सिर्फ ये कहा है कि पता लगाएं कि क्या हुआ। सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है। हम पता लगाएंगे कि ये जानकारी कैसे लीक हुई।’

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