हरियाणा के सोनीपत जिले में निजी अस्पताल का बिल चुकाने में असमर्थता के कारण 11 दिन की बच्ची को 50 हजार रुपये में बेचने की कोशिश के आरोप में उसके पिता समेत दो लोगों के खिलाफ बृहस्पतिवार को मामला दर्ज किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली स्थित राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) से 24 अक्टूबर को सोनीपत के उपायुक्त (डीसी) मनोज कुमार को एक पत्र मिला था जिसमें कहा गया था कि जिले के गोहाना के एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया मंच व्हाट्सऐप पर 11 दिन की एक नवजात बच्ची को बेचने की बात कही है।
उन्होंने बताया कि जांच में सामने आया कि 11 दिन की नवजात बच्ची गोहाना के एक निजी अस्पताल में भर्ती है और अस्पताल में उसके इलाज का बिल 40 से 50 हजार रुपये हो गया है तथा बच्ची के माता-पिता इस बिल को चुकाने में सक्षम नहीं हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, डीसी के निर्देश पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी के नेतृत्व में अफसरों के एक दल ने अस्पताल का दौरा किया। इसके बाद बच्ची को निरंतर देखभाल और संरक्षण के लिए निजी अस्पताल से रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि डीसी के निर्देश पर पुलिस ने बृहस्पतिवार को गोहाना सिटी थाने में बच्ची के पिता समेत दो लोगों के खिलाफ संबंधित कानून की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया।
ये भी पढ़ें: जब AI वकील से हुआ CJI का सामना, चंद्रचूड़ ने पूछ लिया ये सवाल; जवाब सुन रह गए दंग