Delhi News: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ‘वीवीआईपी संस्कृति का सबसे बड़ा प्रतीक’ करार दिया और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि जब वह मुख्यमंत्री थे तो उनके आवास में लगभग 12 करोड़ रुपये की टॉयलेट सीट सहित अन्य महंगे उपकरणों और वस्तुओं का इस्तेमाल हुआ था।
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एक संवाददाता सम्मेलन में इसके लिए भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता केजरीवाल के 2013 के एक सोशल मीडिया पोस्ट का जिक्र किया जिसमें उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर यह कहते हुए हमला बोला था कि उनके आवास में बाथरूम सहित 10 एसी हैं। भाटिया ने कहा कि केजरीवाल ने तब उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था और सवाल उठाया था कि जब दिल्ली की 40 प्रतिशत से अधिक आबादी झुग्गियों में रहती है तो कोई मुख्यमंत्री इतने आराम से कैसे रह सकता है।
केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद छोड़ने और अपने आधिकारिक आवास से निकलने के बाद आधिकारिक दस्तावेजों का हवाला देते हुए भाजपा नेता ने कहा कि 21,000 वर्ग फुट निर्मित क्षेत्र में फैले बंगले में 50 एसी के अलावा 250 टन का एयर कंडीशनिंग प्लांट था और इसमें 12 करोड़ रुपये की टॉयलेट सीट और 28.91 लाख रुपये का टीवी था। भाटिया ने कहा कि अगर शीला दीक्षित 10 एसी रखने के लिए गलत और भ्रष्ट हैं, तो केजरीवाल इस विलासिता का वर्णन कैसे करेंगे? भाजपा प्रवक्ता ने उन पर उस राजनीतिक विचारधारा को दफन करने का आरोप लगाया जिसने उन्हें सत्ता तक पहुंचाया।
उन्होंने कहा, ‘‘वह वीवीआईपी संस्कृति का सबसे बड़ा प्रतीक बन गए हैं। अरविंद केजरीवाल भारत के सबसे भ्रष्ट राजनेता हैं। अगर उनमें नैतिक साहस है तो उन्हें जवाब देना चाहिए।’’ भाजपा प्रवक्ता ने दावा किया कि लोग केजरीवाल को राजनीतिक रूप से खत्म कर देंगे। उन्होंने कहा कि वह ऐसे नेता थे जिन्होंने अपने बच्चों के नाम पर कसम खाई थी कि वह पारंपरिक नेताओं की तरह बड़े बंगलों का इस्तेमाल कभी नहीं करेंगे। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर संविधान के कवर के साथ कथित तौर पर एक पुस्तिका की प्रति ले जाने के लिए भी निशाना साधा, जिसमें खाली पन्ने थे। कांग्रेस ने इस दावे को खारिज कर दिया है।
राहुल और अन्य विपक्षी नेताओं के इस दावे पर कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार संविधान विरोधी है, भाटिया ने कहा कि भाजपा सरकार ने वास्तव में संविधान द्वारा दिए गए विचारों को आगे बढ़ाने के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अस्थायी प्रावधान होने के बावजूद जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बनाए रखा, 90 बार राष्ट्रपति शासन लगाया और बार-बार संविधान की भावना का उल्लंघन करते हुए आपातकाल लगाया। उन्होंने कहा कि गांधी को माफी मांगनी चाहिए।
(PTI की खबर में सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया गया है)