दिल्ली पुलिस ने हत्या, दंगा और जाली मुद्रा गिरोह के संचालन जैसे 50 जघन्य अपराधों में वांछित पश्चिम बंगाल के एक अपराधी को गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपी असदुल्ला बिस्वास (61) ने 2016 में पश्चिम बंगाल के कालियाचक थाने को जलाने के लिए भीड़ का नेतृत्व किया था। अधिकारी ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वर्ष 2020 में उसकी संपत्ति कुर्क की थी।
मध्य दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) एम. हर्षवर्धन ने कहा, “बिस्वास एक दुर्दांत अपराधी है और उसके खिलाफ हत्या का प्रयास, जबरन वसूली, आगजनी, शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम, जाली मुद्रा व आतंकवाद को वित्तपोषित करने सहित कई तरह के मामले दर्ज हैं।”
पुलिस के अनुसार, बिस्वास के खिलाफ राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मामले दर्ज किए हैं तथा उसके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत भी मामला दर्ज है।
पुलिस ने उसके कब्जे से छह मोबाइल फोन बरामद किए, जिनका इस्तेमाल वह जांच एजेंसियों को गुमराह करने के लिए कर रहा था। डीसीपी ने कहा, “बिस्वास पश्चिम बंगाल के मालदा में दंगे और हत्या के एक मामले में वांछित था, जो उसके खिलाफ 18 अगस्त को दर्ज किया गया था।”
पुलिस ने बताया कि उसे बुधवार रात 10 बजे मध्य जिले के विशेष स्टाफ ने नबी करीम थाना क्षेत्र के एक होटल से गिरफ्तार किया। डीसीपी ने बताया कि बिस्वास ने दावा किया कि उसके और उसके परिवार के राजनीतिक संबंध हैं। उन्होंने बताया कि बिस्वास सात सितंबर को ट्रेन से दिल्ली आया था।