सरकार अगर बैंक एफडी से मिलने वाले इंटरेस्ट पर टैक्स का फिक्स्ड रेट लागू करती है तो इससे ज्यादा टैक्स स्लैब में आने वाले लोगों को इंटरेस्ट पर ज्यादा टैक्स नहीं चुकाना होगा। इससे बैंक में पैसा रखने में उनकी दिलचस्पी बढ़ेगी। इससे बैंकों को डिपॉजिट अट्रैक्ट करने में भी मदद मिलेगी