उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि ‘जनसांख्यिकीय बदलाव’ राष्ट्रवाद के लिए गंभीर खतरा बन रहा है। उन्होंने प्रलोभन के माध्यम से ‘नैसर्गिक जनसांख्यिकी’ को बदलने के प्रयासों के खिलाफ एकजुट प्रयास करने का आह्वान किया। शहर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में ‘बेहतर भारत बना
राष्ट्रवाद के लिए खतरे के तौर पर उभर रहा जनसांख्यिकीय बदलाव, उपराष्ट्रपति धनखड़ ने दी जानकारी
