Arvind Kejriwal News: जमानत पर जेल से बाहर निकलने के दो दिन बाद ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजनीति के गलियारों में बड़ा बम फोड़ दिया। केजरीवाल ने ऐलान कर दिया कि वो दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा कि जब तक जनता फैसला नहीं सुना देती, मैं उस कुर्सी पर नहीं बैठने वाला। ‘आप’ के मुखिया के इस फैसले के बाद बीजेपी तो उनपर निशाना साध ही रही है, लेकिन कांग्रेस की तरफ से भी इसे सिर्फ नौटंकी कहा जा रहा है।
अरविंद केजरीवाल के ‘दो दिन बाद इस्तीफा दे दूंगा’ वाले बयान पर रिएक्शन देते हुए कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि यह महज नौटंकी है। उनका दोबारा सीएम बनने का सवाल ही नहीं उठता है। हम लंबे समय से कह रहे हैं कि उन्हें सीएम पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
केजरीवाल के फैसले पर संदीप दीक्षित का बयान?
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा, ”फिर से सीएम बनने का सवाल ही नहीं उठता। हम लंबे समय से कह रहे हैं कि उन्हें सीएम पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। यह महज एक नौटंकी है। ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई निर्वाचित नेता जमानत पर जेल से बाहर आया हो और उसे सुप्रीम कोर्ट ने सीएमओ में न जाने और किसी भी कागज पर हस्ताक्षर न करने को कहा हो। ऐसी शर्तें पहले कभी किसी सीएम पर नहीं लगाई गई। शायद सुप्रीम कोर्ट को भी डर है कि यह व्यक्ति सबूतों से छेड़छाड़ करने की कोशिश कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट उनके साथ एक अपराधी की तरह व्यवहार कर रहा है। नैतिकता और अरविंद केजरीवाल का कोई संबंध नहीं है।
मंजिंदर सिंह सिरसा क्या बोले?
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे वाले बयान पर बीजेपी नेता मंजिंदर सिंह सिरसा ने भी निशाना साधा और साथ ही कहा कि केजरीवाल अब अपनी पत्नी सुनीता को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। सिरसा ने कहा, ”अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि वह दो दिन बाद इस्तीफा दे देंगे और जनता से फैसला मिलने पर फिर से सीएम बनेंगे। यह कोई बलिदान नहीं है, सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में कहा है कि वह सीएम के करीब नहीं जा सकते, अध्यक्ष और किसी भी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं कर सकते। इसलिए आपके पास कोई विकल्प नहीं है। आप सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कारण इस्तीफा देने के लिए मजबूर हैं। लोगों ने 3 महीने पहले अपना फैसला सुनाया था जब आपने जेल या जमानत मांगी थी आप सभी 7 लोकसभा हार गए। दिल्ली में सीटें और जेल भेज दिए गए अब उन्होंने दो दिन का समय मांगा है क्योंकि वह सभी विधायकों को अपनी पत्नी को सीएम बनाने के लिए मना रहे हैं ।उन्हें अपनी कुर्सी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इसे भी पढ़ें: अरविंद केजरीवाल ने जेल से क्यों नहीं दिया इस्तीफा? बताई असली वजह और बाकी सीएम को दी बड़ी नसीहत