‘समय से पहले पराली जलाना शुरू’, SC में उठा दिल्ली प्रदूषण का मुद्दा; PMO भी एक्शन में…

delhi pollution issue 1727163702766 16 9 oTGA5w

Delhi Pollution News: दिल्ली में सर्दियां शुरू होने और दिवाली से पहले प्रदूषण का मुद्दा तूल पकड़ने लगा है। दरअसल, पराली जलाना शुरू हो गया है, जिसके चलते दिल्ली की हवाओं में एक बार फिर जहर घुलने की संभावना है। इस बीच, दिल्ली के प्रदूषण और पराली जलाने के मुद्दा CJI के सामने भी उठाया गया है।

दिल्ली में प्रदूषण अब हर साल की कहानी हो गई है। बीते कई सालों से प्रदूषण दिल्लवालों के जी का जंजाल बना हुआ है। सर्दियों का मौसम शुरू होते ही अलग-अलग जगह पराली जलाने समेत कई वजहों से दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और लोगों को इसी जहर में सांस लेने को मजबूर होना पड़ता है।

CJI के सामने उठाया गया प्रदूषण का मुद्दा

सर्दियां शुरू होने वाली हैं और प्रदूषण का खतरा एक बार फिर मंडराने लगा है। इस बीच एमिकस क्यूरी ने प्रदूषण के मुद्दे को CJI के सामने उठाया। इस दौरान कहा गया कि देश में पराली जलाना शुरू हो गया है, जिसकी वजह से वायु प्रदूषण बढ़ने लगा है।

शुक्रवार को SC में होगी सुनवाई

इस दौरान मांग की गई कि कोर्ट कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) को यह बताने का निर्देश दे कि यह पहले ही क्यों शुरू हो गया? साथ ही CAQM यह भी बताए कि उन्होंने दोषी अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की है? मामले पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को करेगा सुनवाई।

गौरतलब है कि सर्दियों के मौसम से पहले ही दिल्ली की हवा में जहर घुलना शुरू हो गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, सोमवार (23 सितंबर) को दोपहर दो बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 165 रहा जो मध्यम श्रेणी में आता है। आने वाले समय में दिल्ली की हवा में और जहर घुल सकता है। AQI बढ़कर 201 से 300 के बीच खराब श्रेणी में पहुंच सकता है।

अक्टूबर के शुरुआती दिनों में दिल्ली की हवा का स्तर खराब श्रेणी और उसके बाद इसके भी पार पहुंच सकता है।

PMO भी पहले से एक्शन में…

हालांकि हर साल दिल्ली में वायु प्रदूषण के चलते बिगड़ने वाले हालातों के मद्देनजर इससे निपटने के लिए तैयारियां भी शुरू हो गई है। सोमवार को दिल्ली के प्रदूषण को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। बैठक में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए NCR में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने और चार्जिंग बुनियादी ढांचे को विकसित करने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया। एक बयान में बताया गया कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने प्रदूषण से निपटने के लिए GRAP के नियमों का सख्ती से और समय लागू करने की भी बात कही।

यह भी पढ़ें: ‘आरक्षण को लेकर दोगली नीति’, राहुल गांधी पर जमकर बरसी मायावती; बोलीं- देश में कुछ और विदेश में…