चेन्नई पुलिस ने मंगलवार को कहा कि सीसीटीवी फुटेज की जांच और गवाहों से पूछताछ में 24 वर्षीय युवक के उस दावे की पुष्टि नहीं हुई कि तिरुनेलवेली में उसका जनेऊ काटकर फेंक दिया गया था। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि पांच सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई और छह गवाहों से भी पूछताछ की गई। राज्य पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘अब तक की जांच में उक्त स्थान पर और उस वक्त किसी व्यक्ति के दोपहिया वाहन पर आने और अखिलेश का जनेऊ काटने का कोई सबूत नहीं है।’’
पुलिस ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में अखिलेश को बिना किसी चिंता या परेशानी के लोगों से बात करते पाया गया। हालांकि, उसने इस कथित घटना के बारे में पूछताछ जारी रखी है। शिकायत के अनुसार, अखिलेश (24) का पूनुल (जनेऊ) तीन मोटरसाइकिल सवार लोगों ने काटकर फेंक दिया, इससे पहले उन्होंने जनेऊ पहनने को लेकर उसका मजाक उड़ाया था।
यह घटना कथित तौर पर 21 सितंबर की शाम तिरुनेलवेली के पलायमकोट्टई में हुई, जब अखिलेश ब्राह्मणों द्वारा संचालित स्थानीय ‘आस्तिक समाज’ में भजन कार्यक्रम में भाग लेने जा रहा था। शिकायत के अनुसार, वह सिर्फ धोती पहने हुआ था और कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा था, तभी मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोगों ने कथित तौर पर उसे रोका और उसका जनेऊ काटकर फेंक दिया तथा उसका मजाक उड़ाते हुए कहा कि वह दोबारा जनेऊ न पहनें।