
CM Siddaramaiah: कर्नाटक के पूर्व लोकायुक्त न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े ने बुधवार को मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) भूखंड आवंटन मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को अपने खिलाफ लगे गंभीर आरोपों के मद्देनजर इस्तीफा दे देना चाहिए। हेगड़े ने मुख्यमंत्री के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और कहा कि उच्च न्यायालय ने पाया है कि प्रथम दृष्टया गड़बड़ी करने के सबूत हैं।
हेगड़े ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह उन (सिद्धरमैया) पर निर्भर है कि वह इस्तीफा दें या नहीं, लेकिन जब ऐसा गंभीर आरोप है तो मुझे लगता है कि जनता के नजरिये से उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए, हालांकि कानून के अनुसार इस्तीफा न देने में कुछ भी गलत नहीं है।’’ पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री द्वारा 1956 में दक्षिण भारत में एक रेल दुर्घटना के बाद रेल मंत्री के पद से इस्तीफा देने की घटना को याद करते हुए हेगड़े ने कहा, ‘‘वह प्रवृत्ति अब नहीं रही।’’
मंगलवार को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने एमयूडीए मामले में सिद्धरमैया के खिलाफ जांच कराने की राज्यपाल थावरचंद गहलोत की मंजूरी को बरकरार रखा था। इस मामले में एमयूडीए द्वारा सिद्धरमैया की पत्नी पार्वती को 14 भूखंड आवंटित करने में अनियमितताओं का आरोप है।
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