Delhi Winter Action Plan: दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार ने नए और सख्त कदम उठाने की तैयारी की है। बुधवार (24 सितंबर) को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने 21 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान की घोषणा की है। इस प्लान के तहत सर्दियों में प्रदूषण बढ़ने पर ऑड-ईवन योजना और वर्क फ्रॉम होम को सख्ती से लागू किया जाएगा।
गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली सरकार प्रदूषण कम करने के लिए गंभीर है। पिछले कुछ सालों में किए गए प्रयासों से दिल्ली में प्रदूषण के दिनों में 34.6% की कमी आई है। जहां 2016 में 243 दिन प्रदूषण का स्तर ज्यादा था, वहीं 2023 में यह घटकर 159 दिन रह गया है। सरकार ने इस बार ड्रोन से प्रदूषण हॉटस्पॉट की निगरानी करने का फैसला लिया है, ताकि प्रदूषण जहां से आ रहा है उसे वक्त रहते रोका जा सके।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए बनाई टास्क फोर्स
सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए एक 6 सदस्यीय टास्क फोर्स भी बनाई है। अगर प्रदूषण का स्तर बढ़ता है, तो ऑड-ईवन योजना के तहत गाड़ियों का इस्तेमाल बारी-बारी से किया जाएगा और वर्क फ्रॉम होम यानी घर से काम करने की सलाह दी जाएगी। इसके साथ ही, कृत्रिम बारिश भी एक आपातकालीन उपाय के रूप में इस्तेमाल की जाएगी।
कुछ जगरों पर रहेगा कड़ी निगरानी
दिल्ली सरकार ने निर्माण स्थलों पर भी कड़ी निगरानी रखने का ऐलान किया है, ताकि धूल प्रदूषण को रोका जा सके। खेतों में 5,000 एकड़ से ज्यादा जमीन पर बायो डी-कंपोजर का मुफ्त छिड़काव किया जाएगा। इसके अलावा, खुले में कचरा जलाने पर भी रोक लगाई जाएगी।
दिल्ली को प्रदूषण से बचाने की कोशिश
गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली के थर्मल पावर प्लांट्स को बंद कर दिया गया है और अब दिल्ली देश का पहला ऐसा शहर है जहां कोई भी कोयला आधारित थर्मल पावर प्लांट नहीं है। दिल्ली में 1,959 औद्योगिक इकाइयों को प्रदूषण फैलाने वाले ईंधन से बदलकर पाइप नेचुरल गैस पर शिफ्ट कर दिया गया है। सरकार ने एनसीआर के राज्यों से भी सहयोग की अपील की है ताकि पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोका जा सके और दिल्ली आने वाले सभी वाहन CNG या इलेक्ट्रिक हों।
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