भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूएन महासभा की जनरल डिबेट को सम्बोधित करते हुए कहा है कि दुनिया अभी कोविड-19 महामारी से उबरी भी नहीं है कि यूक्रेन और ग़ाज़ा जैसे युद्धों ने गम्भीर चुनौतियाँ खड़ी कर दी हैं. सच्चाई ये है कि दुनिया बहुत नाज़ुक, ध्रुवीकृत और हताशा से भरी नज़र आ रही है. संयुक्त राष्ट्र के संस्थापक, निश्चित रूप से यह स्थिति नहीं देखना चाहते थे.