उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) ने आगरा ( Agra ) में महिला सुरक्षा (Women Security) को लेकर एक मॉक ड्रिल (Mock Drill) की इस मॉक ड्रिल को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (SP Supremo Akhilesh Yadav) ने यूपी पुलिस की जमकर तारीफ की है। अखिलेश यादव ने यूपी पुलिस की महिला सुरक्षा को लेकर चलाई गई इस मॉक ड्रिल के बारे में यूपी पुलिस की प्रशंसा करते हुए इसे अपने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म और इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया। उन्होंने महिला सुरक्षा को लेकर यूपी पुलिस की इस मुहीम का स्वागत किया है।
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने इस खबर को अपने सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर शेयर करते हुए लिखा, ‘महिला सुरक्षा सुशासन की प्रथम परीक्षा होती है। यदि समाजवादी पार्टी के समय में महिला सुरक्षा के लिए शुरू किये गये 1090 व डायल 100 को भाजपा सरकार में अच्छी तरह चलाया और बढ़ाया जाता तो आज महिला सुरक्षा को लेकर किसी ज़िम्मेदार अफ़सर को आशंका से भरा कॉल न करना पड़ता। ऐसे मॉक-कॉल समय-समय पर होते रहें तो पुलिस-प्रशासन सजग और सचेत रहेगा। प्रशंसनीय प्रयास!’
आगरा पुलिस कंट्रोल रूम में आई लड़की की हेल्प के लिए कॉल
उत्तर प्रदेश पुलिस ने कुछ दिन पहले ही आगरा में महिला सुरक्षा को लेकर एक मॉकड्रिल की जिसमें पुलिस के कंट्रोल रूम में एक लड़की की कॉल जाती है वो सूनसान रास्ते पर अकेली ऑटो से आगरा रेलवे स्टेशन की ओर जा रही होती है। तभी वो पुलिस कंट्रोल को कॉल करती है कि वो रास्ते में ऑटो से है और आगरा स्टेशन की ओर जा रही है उसे मदद की जरूरत है आप जल्दी से जल्दी से पहुंचकर मदद करें। पुलिस कंट्रोल रूम की ओर से जवाब गया कि आप 10 मिनट वहीं रुके हम जल्दी से जल्दी वहां पहुंच रहे हैं और अगले 10 मिनट में पुलिस की एक टीम वहां हाजिर थी, लेकिन जब पुलि की इस टीम ने लड़की को देखा, तो वो भौचक्के रह गए।
जानिए क्या था पूरा मामला
पुलिस के जवाब मौके पर पहुंचे और मदद के लिए गुहार लगा रही पीड़ित लड़की को देखकर चौंक गए। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कॉल करने वाली लड़की को वो अच्छी तरह से जानते और पहचानते थे। ये पीड़ित लड़की कोई और नहीं बल्कि आगरा पुलिस कमिश्नरेट में तैनात सहायक पुलिस कमिश्नर (ACP) सुकन्या शर्मा सिविल ड्रेस में थीं। मदद के लिए पहुंचे पुलिस के जवानों को ये बात समझ में नहीं आ रही थी कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया? इसके बाद सुकन्या शर्मा ने खुद ही बताया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। ये एक मॉक ड्रिल थी जो कि 27 सितंबर की देर रात 11.30 बजे की गई थी। आगरा पुलिस कमिश्नरेट के सोशल मीडिया हैंडल X से खुद इसके बारे में जानकारी दी गई है।