Anand Mahindra Post On Ratan Tata: दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन से देशभर में शोक का माहौल है। उनकी पहचान एक बेहतरीन कारोबारी और उससे भी ज्यादा परोपकारी इंसान के तौर पर होती है। बुधवार (9 अक्टूबर, 2024) को देर रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में रतन टाटा ने 86 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। उनकी मौत की खबर सुनते ही पूरे देश में मानों मातम छा गया। दिग्गज बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने 9 अक्टूबर की रात करीब 12 बजे ही रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए भावुक पोस्ट लिखा।
इसके बाद 10 अक्टूबर को जब रतन टाटा अपने अंतिम यात्रा पर निकले तो आनंद महिंद्रा ने उनसे जुड़ा एक यादगार किस्सा शेयर किया जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। महिंद्रा ने 20 साल पुरानी वो कहानी बताई जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते होंगे।
रतन टाटा से जुड़ा यादगार किस्सा
आनंद महिंद्रा ने रतन टाटा को याद करते हुए 20 साल पुराना किस्सा शेयर किया। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए बताया कि 2004 में वो दिल्ली में आयोजित एक ऑटो एक्सपो में अपनी टीम के साथ बैठे हुए थे तभी वहां हड़कंप मच गया। अचानक लोग उठकर गेट की तरफ भागने लगे। फिर पता चला कि वहां रतन टाटा आए हुए हैं।
आनंद महिंद्रा ने अपने X अकाउंट पर लिखा, ”रतन टाटा के साथ उद्योग में काम करना मेरी पीढ़ी का सौभाग्य था। उनके बारे में मेरी सबसे सुखद यादों में से एक किस्सा मैं बताना चाहूंगा। लगभग 20 साल पहले दिल्ली के ऑटो एक्सपो में मैं हमारी कंपनी के मंडप में था। हमने प्रवेश द्वार पर हलचल सुनी और रतन टाटा को अपने सहयोगियों के साथ आते देखा। रतन नवल टाटा के आने की पहले से कोई सूचना या योजना नहीं थी। जब मैं उनका स्वागत करने के लिए ऊपर गया, तो उन्होंने हँसते हुए कहा, ”मैं बस प्रतियोगिता का निरीक्षण करने आया हूं।”
कारोबारी के साथ-साथ परोपकारी थे रतन टाटा
बता दें कि रतन टाटा दिग्गज बिजनेसमैन के साथ-साथ अपनी दरियादिली के लिए भी जाने जाते थे। वो हमेशा मदद के लिए सबसे आगे नजर आते थे। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि वो अपनी आमदनी का बड़ा हिस्सा दान कर देते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टाटा होल्डिंग कंपनी के तहत कमाई का 66 प्रतिशत हिस्सा दान किया जाता था। ‘भारत के रतन’ भले ही इस दुनिया से चले गए हों, लेकिन जब भी किसी बिजनेस आइकन और दानवीरों की बात होगी, रतन टाटा का नाम गर्व से लिया जाएगा।
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