दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में दशहरा उत्सव के बावजूद लोग स्वच्छ हवा में सांस ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘अच्छे’, ‘संतोषजनक’ और ‘मध्यम’ वायु गुणवत्ता वाले दिनों की संख्या बढ़ रही है, जो कहीं न कहीं प्रदूषण प्रबंधन में सुधार का संकेत है।
राय ने यह भी कहा कि दशहरा के बाद दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘खराब’ श्रेणी से बाहर रहा, हालांकि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार शहर की वायु गुणवत्ता दोपहर 12 बजे 225 अंक के साथ ‘खराब’ श्रेणी में रही थी।
राय ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हर साल दशहरा के बाद हवा की गुणवत्ता आमतौर पर ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की जाती थी लेकिन इस साल दिल्ली में हवा साफ रही। उन्होंने केंद्र सरकार से सर्दियों के मौसम के मद्देनजर राजधानी में बढ़ते प्रदूषण स्तर को रोकने में दिल्ली सरकार की मदद करने की अपील की।
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि पिछले दो वर्ष में दिल्ली में जनवरी से 12 अक्टूबर के बीच 200 दिन ‘अच्छी’, ‘संतोषजनक’ या ‘मध्यम’ वायु गुणवत्ता दर्ज की गई है, जबकि 2016 में सिर्फ 109 दिन ऐसा हुआ था। राय ने कहा, ‘‘200 दिन तक अच्छी वायु गुणवत्ता हासिल करना दिल्ली के लोगों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब से अरविंद केजरीवाल सरकार सत्ता में आई है, दिल्लीवासियों में जागरूकता काफी बढ़ गई है। लोग अब प्रदूषण के बारे में अधिक जागरूक हो गए हैं, इलेक्ट्रिक वाहन अपना रहे हैं, पेड़ लगा रहे हैं और कचरा जलाना कम कर रहे हैं।’’
दिल्ली में शनिवार को दशहरे के दिन एक्यूआई 155 दर्ज किया गया, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘‘अच्छा’’, 51 से 100 के बीच को ‘‘संतोषजनक’’, 101 से 200 के बीच को ‘‘मध्यम’’, 201 से 300 के बीच को ‘‘खराब’’, 301 से 400 के बीच को ‘‘बहुत खराब’’ तथा 401 से 500 के बीच को ‘‘गंभीर’’ माना जाता है।
राय ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की इस दावे के लिए भी आलोचना की कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बिगड़ रहा है, और उन्होंने उससे आंकड़ों पर गौर करने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार प्रदूषक तत्वों को घटाने के लिए आपातकालीन उपाय के रूप में कृत्रिम वर्षा के उपयोग पर विचार कर रही है।
राय ने कहा कि 30 अगस्त को उन्होंने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखकर वायु गुणवत्ता के मुद्दों के समाधान के लिए एक संयुक्त बैठक का अनुरोध किया था, लेकिन उन्हें अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।
उन्होंने बताया कि 10 अक्टूबर को उन्होंने केंद्र को एक और पत्र भेजा था। राय ने दिल्ली निवासियों को ‘ग्रीन दिल्ली ऐप’ के माध्यम से धूल प्रदूषण और अन्य उल्लंघनों की रिपोर्ट करके प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें आगे बढ़ते रहने के लिए जनता के सहयोग की आवश्यकता है। अगर हम साथ मिलकर काम करें तो हम अच्छी वायु गुणवत्ता वाले दिनों की संख्या को और भी बढ़ा सकते हैं और दिल्ली को रहने के लिए एक स्वच्छ, स्वस्थ स्थान बना सकते हैं।’’