Rbharat Summit 2024: रिपब्लिक भारत समिट के सियासत के समीकरण सत्र में स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जमकर घेरा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आखिर 2014, 2019 और 2024 में बीजेपी ने स्मृति ईरानी को ही क्यों अमेठी में चुनावी मैदान में उतारा?
रिपब्लिक भारत समिट में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, “मुझे लगता है बहुत काम लोग इतने नसीबदार होते हैं कि अलग स्ट्रीम में अपनी जगह बना पाएं। मैं दोनों स्ट्रीम में अपनी जगह बना पायी ये बहुत बड़ी बात है और सफल भी हुई। मैंने 2014, 2019 और 2024 में बार-बार ये कहा है कि कौन कहां से लड़ेगा, ये पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करती है। 2014 में जब मुझे अमेठी से लड़ने के लिए कहा गया तब मैं गुजरात से राज्यसभा सांसद थी। 2003 में जब मैंने राजनीति की शुरुआत की, तब मैं महाराष्ट्र में काम करती थी। फिर मैंने गुजरात में काम किया। फिर मैं यूपी में काम कर रही थी। जब गुजरता से सांसद थी और कहा गया कि अमेठी से लड़ो, तब हमें इस बात का ऐहसास था कि यहां हर डेढ़ दशक में परिवर्तन आता है। यहां वोटिंग का पैटर्न देखें और कॉम्पोजिशन देखें, तो वोटिंग कॉम्पोजिशन कांग्रेस के पक्ष में है। इसलिए गांधी खानदान ने अमेठी को चुनाव था, कि ऐसी जगह चुनो जहां 100 मीटर की रेस में 55 मीटर पर आपकी शुरुआत हो।”
पहली महिला हूं, जिसने कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट को हराया- स्मृति ईरानी
उन्होंने आगे कहा कि 2029 में मैं अमेठी से लड़ूंगी या नहीं, यह पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करता है। लेकिन मैं इतना बता दूं कि मैं अमेठी मैं पहली वो व्यक्ति हूं, जिसने 05 साल का कार्यकाल पूरा किया। कोई भी गैरकांग्रेसी उम्मीदवार वहां ऐसा नहीं कर पाया। मैं पहली महिला हूं, जो गांधी खानदान से नहीं है, लेकिन अमेठी स जीती। मैं पहली ऐसी महिला हूं, जिसने कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट को हराया। मैंने कभी पार्टी से टिकट के लिए नहीं कहा। 10 साल की अपनी राजनीती में मैंने 04 लाख से ज्यादा परिवारों का अगर भला किया तो ये बड़ी उपलब्धि है। राहुल गांधी ने सीट को ठुकराया है मैंने अपनाया है?”
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जिस जिस पड़ाव पर वो बोल रहे थे देश के खिलाफ तब तब जनता जनार्दन ने मेरा साथ दिया। मैं कहती हूं कि राष्ट्र सर्वोपरि करने के लिए जिन चीजों की दरकार थी कोविड का ही उदहारण लें जब पीएम कह रहे थे कि हम भारत में ही वैक्सीन बनाएंगे, तो उनको साथ खड़ा होना चाहिए था। हमने वैक्सीन भारत में बनायीं 160 देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराई। अगर हम राहुल के प्रेशर में होते तो विदेशी कंपनियों के आगे कटोरा लेकर खड़े होते।
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