Bahraich Violence: बहराइच में हिंसा के शिकार हुए रामगोपाल मिश्रा को न्याय दिलाने के लिए योगी सरकार एक के बाद एक बड़े एक्शन ले रही है। रामगोपाल को मारने वालों को उत्तर प्रदेश सरकार छोड़ने के मूड में नहीं है। घटना के दो दिन के अंदर मुख्य आरोपियों का उत्तर प्रदेश पुलिस ने एनकाउंटर भी कर दिया। वहीं, अब बुलडोजर एक्शन की तैयारी हो रही है। मुख्य आरोपी सरफराज के घर पर नोटिस भी चस्पा दिया गया। मगर विपक्ष CM योगी के कड़े तेवर पर सवाल उठा रही है। सपा के मुखिया अखिलेश ने तो एनकाउंटर को भी फर्जी बताया दिया। अब उनके आरोपों पर BJP ने पलटवार किया है।
बहराइच एनकाउंटर को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था कि योगी सरकार में एनकाउंटर नहीं, हत्याएं हो रही हैं। एनकाउंटर अपनी नाकामी को दिखाने के लिए किए जा रहे हैं। हमारी सरकार बनने पर इसकी जांच कराएंगे। उन्होंने कहा कि , बहराइच की घटना दुखद है ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए मगर इस घटना को रोका जा सकता था, सरकार की मशीनरी पूरी तरह से फेल हु़ई है। अब अखिलेश के आरोपों पर बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पलटवार किया ह।
मुलायम के शासकाल में 499 एनकाउंटर हुए थे- BJP
शहजाद पूनावाला ने कहा कि एनकाउंटर के नाम पर दंगाइ बचावो अलांयस एक बार फिर काम पर लग गया है। एनकाउंटर में गोली आरोपियों को पैर में मारा गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल भी ले जाया गया। यूपी पुलिस ने भी बताया कि किस वजह से गोली चलानी पड़ी। बावजूद जिस प्रकार से अखिलेश यादव ये कह रहे हैं कि सरकार नाकामी छिपाने के लिए एनकाउंटर करवा रही है। तो मैं अखिलेश यादव को याद दिला दूं कि मुलायम सिंह यादव के शासकाल में 5 साल के अंदर 499 एनकाउंटर हुए थे। मायावती के जमाने में 261 एनकाउंटर हुए थे।
अखिलेश यादव का असली चरित्र बाहर आ गया-शहजाद पूनावाला
शहजाद पूनावाला ने अखिलेश यादव से पूछा कि आपके जमाने भी एनकाउंटर हुए थे तो क्या वो भी नाकामी को छिपाने के लिए हुए थे। जब रामगोपाल को गोली लगी तो सपा के नेता एसटी हसन ने कहा कि झंडा निकालोगे तो ऐसी प्रतिक्रिया होगी। इस प्रकार के कुतर्क सपा के नेताओं की ओर दिए गए थे। जो दिखाता है कि उनके मन में बस दंगाइयों को सुरक्षा कवच देना है, मगर पीड़ित के लिए सवाल नहीं उठाएंगे क्योंकि वो हिंदू पक्ष से हैं। दंगाइ वोट बैंक से है। यह पहली बार नहीं है। पहले भी दंगाइयों के पक्ष में INDI अलांयस खड़ा हुआ है। यही अखिलेश यादव का असली चरित्र है।
बहराइच हिंसा के आरोपियों के एनकाउंटर पर राजनीति
बता दें कि बहराइच हिंसा के 5 प्रमुख आरोपी पकड़े गए। इनमें से 17 अक्टूबर को नेपाल भागने की कोशिश कर रहे दो आरोपियों सरफराज और मोहम्मद तालिब को उत्तर प्रदेश पुलिस ने पैर में गोली मार दी। यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश के मुताबिक, मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। थोड़ी देर तक गोलीबारी हुई, जिसमें दो लोग घायल हो गए। घायलों में सरफराज और मोहम्मद तालिब शामिल हैं। किसी की मौत नहीं हुई है और घायलों को अस्पताल ले जाया गया।
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