प्रधानमंत्री मोदी ने बागडोगरा हवाई अड्डे का विस्तार किये जाने की आधारशिला रखी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को उत्तरी पश्चिम बंगाल में सिलीगुड़ी के निकट बागडोगरा हवाई अड्डे का विस्तार किये जाने की आधारशिला रखी। इस पर 1,550 करोड़ रुपये की लागत आएगी।

यह 6,700 करोड़ रुपये की 23 विकास परियोजनाओं में से एक थी, जिसका अनावरण प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में एक समारोह में ऑनलाइन माध्यम से किया।

अधिकारियों ने बताया कि बागडोगरा हवाई अड्डे पर नए सिविल एन्क्लेव में 70,390 वर्ग मीटर में एक टर्मिनल भवन होगा, जिसमें व्यस्त समय में 3,000 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था होगी तथा वार्षिक क्षमता एक करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी।

उन्होंने कहा कि नया टर्मिनल भवन पर्यावरण अनुकूल होगा, जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को एकीकृत किया जाएगा तथा पारिस्थितिकी प्रभाव को कम करने के लिए प्राकृतिक प्रकाश व्यवस्था को अधिकतम किया जाएगा।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अगस्त में इस परियोजना को मंजूरी दी थी।

सिलीगुड़ी से 14 किलोमीटर दूर स्थित बागडोगरा हवाई अड्डा उत्तरी पश्चिम बंगाल में एक प्रमुख विमानन केंद्र है, जहां प्रतिदिन लगभग 60 उड़ानों का संचालन होता है। यहां से रोजाना करीब 8000 यात्रियों का आना-जाना होता है।

हाल ही में इसे ‘पॉइंट-ऑफ-कॉल (पीओसी)’ हवाई अड्डे के रूप में नामित किया गया है, जिससे इसे नागरिक उड्डयन मंत्रालय से पूर्वानुमति के बिना अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की मेजबानी करने की अनुमति मिल गई है।

इस अवसर पर सिलीगुड़ी में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें केंद्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर, दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्टा और सिलीगुड़ी के महापौर गौतम देब सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

ठाकुर ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से यह परियोजना बहुत महत्वपूर्ण है।

देब ने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने इस विकास के लिए लगभग 100 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सभी के लिए समावेशी विकास की कल्पना है।’’

हालांकि, कार्यक्रम के दौरान जब देब का नाम लिया गया तो दर्शकों के एक वर्ग ने ‘जय श्री राम’ का नारा लगाया।

बाद में, ‘जय श्री राम’ के नारे पर प्रतिक्रिया देते हुए, सिलीगुड़ी के महापौर ने कहा, ‘‘इस सरकारी कार्यक्रम में राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में, मैं इसे दुर्भाग्यपूर्ण मानता हूं। यह जिम्मेदार लोगों के सांस्कृतिक लोकाचार की गलत छवि पेश करता है।’’