भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को गांधी परिवार पर तीखा हमला करते हुए वायनाड से प्रियंका गांधी वाद्रा को उम्मीदवार बनाए जाने को वंशवादी राजनीति की जीत और योग्यता की हार क़रार दिया।
भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रियंका गांधी के चुनावी हलफनामे में संपत्ति की घोषणा में विसंगतियों का दावा किया। साथ ही उन्होंने गांधी परिवार पर आरोप लगाया कि उन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय के अंदर नामांकन दाखिल करने के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का अपमान किया। उन्होंने केरल की वायनाड सीट से प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘यह गांधी परिवार के भ्रष्टाचार और वंशवादी राजनीति की जीत और प्रतिभा की हार है।’
भाटिया ने दावा किया कि प्रियंका गांधी वाद्रा ने अपने चुनावी हलफनामे में जो संपत्ति घोषित की है, वह उनकी और उनके पति रॉबर्ट वाद्रा की संपत्ति से बहुत कम है। उन्होंने कहा, ‘चुनावी हलफनामे में घोषित रॉबर्ट वाद्रा की संपत्ति आयकर विभाग की ओर से की गई मांग से कम है। आयकर विभाग ने कुल 75 करोड़ रुपये की मांग की है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि प्रियंका वाद्रा का चुनावी हलफनामा गांधी परिवार और रॉबर्ट वाद्रा द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की स्वीकारोक्ति है।
गांधी परिवार पर वंशवादी राजनीति में शामिल होने का आरोप लगाते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रियंका गांधी को अब तक पदोन्नत ही किया गया है, इसके बावजूद कि वह पार्टी द्वारा दी गई जिम्मेदारियों को पूरा नहीं कर सकीं।
भाटिया ने कहा, ‘उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया था और पार्टी ने 80 लोकसभा सीटों में से सिर्फ एक पर जीत दर्ज की। लेकिन प्रियंका गांधी को प्रमोट कर 2020 में पूरे उत्तर प्रदेश के लिए पार्टी का प्रभारी बना दिया गया। कांग्रेस ने 2022 में 403 विधानसभा सीटों में से सिर्फ दो सीटें जीतीं। फिर भी उन्हें वायनाड लोकसभा उपचुनाव लड़ने के लिए पार्टी का टिकट दिया गया।’
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस में योग्यता के लिए कोई जगह नहीं है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने बुधवार को वायनाड लोकसभा उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया।