विजय ने कहा, “मैं यहां दूसरे नेताओं पर चर्चा करने में समय बर्बाद करने के लिए नहीं हूं, लेकिन मैं उनकी ओर से आंखें भी नहीं मूंदूंगा। मैं घंटों तक नहीं बोलूंगा, इतिहास नहीं गिनुऊंगा, या आंकड़े नहीं उछालूंगा। इसे छोटा और मधुर रखना जरूरी है। अगर हम सरलता से समझा सकें कि समस्या क्या है और क्या जरूरी है, तो यही काफी है