Bandhavgarh Tiger Reserve: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य (बीटीआर) के संरक्षित वनक्षेत्र में 10 हाथियों की मौत के मामले में रविवार को दो वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
बीटीआर के अंदर 10 हाथियों की मौत की जांच करने वाली उच्चस्तरीय टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। इस कथित चूक के लिए अभयारण्य निदेशक गौरव चौधरी और प्रभारी सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) अधिकारी फतेह सिंह निनामा के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य के दो अधिकारी निलंबित
मुख्यमंत्री ने यहां ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘उच्चस्तरीय टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य के निदेशक को फोन बंद करने, छुट्टी के बाद काम पर नहीं लौटने और अन्य कारणों से निलंबित कर दिया गया है। एसीएफ फतेह सिंह निनामा को भी निलंबित कर दिया गया है।’’
उन्होंने बताया कि दोनों को कर्तव्य निर्वहन में ढिलाई बरतने के कारण निलंबित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने बुलाई थी आपात बैठक
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार रात एक आपात बैठक बुलाई थी और हाथियों की मौत की जांच करने तथा रिपोर्ट सौंपने के लिए मध्य प्रदेश के वन कनिष्ठ मंत्री प्रदीप अहिरवार, अतिरिक्त मुख्य सचिव अशोक बरनवाल और वन बल के प्रमुख असीम श्रीवास्तव की एक टीम को अभयारण्य भेजा था। रविवार शाम को टीम भोपाल लौट आई।
इस सप्ताह की शुरुआत में तीन दिन के अंतराल में बीटीआर में 10 हाथियों की मौत हो गई। गत 29 अक्टूबर को बीटीआर के खितोली रेंज अंतर्गत सांखनी और बकेली में चार जंगली हाथी मृत पाए गए थे। इसके बाद 30 अक्टूबर को चार और 31 अक्टूबर को दो हाथियों की मौत हो गई थी।
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